पांगडी के जंगल में बाघिन ने डाला डेरा, जीपीएस से लोकेशन हुई ट्रेस

पांगडी के जंगल में बाघिन ने डाला डेरा, जीपीएस से लोकेशन हुई ट्रेस
  • जीपीएस से बाघिन की लोकेशन का पता लगा
  • पांगडी के जंगल में बाघिन ने डाला डेरा
  • पर्यटकों की एंट्री पर पाबंदी

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. वनमंत्री तथा जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उपस्थिति में 20 मई को नवेगांव-नागझिरा अभयारण्य में दो बाघिन छोड़ी गईं थी। लेकिन इनमें से एक बाघिन अभयारण्य से निकलकर भटकते-भटकते गोरेगांव इलाके में पहुंच गई। हाल ही में इस बाघिन का नया लोकेशन पांगडी जंगल जलाशय क्षेत्र बताया गया है। वन विभाग की टीम ने जगह-जगह तैनात होकर आने वाले पर्यटकों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी।

बता दें कि नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व में पहले 11 बाघों की मौजूदगी थी। यां बाघों के अधिवास में विस्तार का वन मंत्रालय ने निर्णय लिया। इस रिजर्व में बाघ छोड़े जाए। इस निर्णय के तहत 20 मई को प्रथम चरण में पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उपस्थिति में चंद्रपुर जिले के ब्रह्मपुरी जंगल की दो बाघिनों काे छोड़ा गया था। इस प्रकार नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में बाघों की संख्या 13 पर पहुंच गई, छोड़ी गई दो बाघिन में एक बाघिन अभयारण्य से विचरण करते गोरेगांव, गोंदिया के जंगल और खेती के इलाके में पहुंच गई। छोड़ी गई बाघिन को जीपीएस लगा होने से पल-पल की खबर वन व वन्यजीव विभाग को मिल रही है।

बताया गया है कि वर्तमान में बाघिन की एंट्री पांगडी जंगल जलाशय क्षेत्र में हुई है। जबकि इस क्षेत्र को पर्यटन के रूप में देखा जाता है। गर्मी के मौसम में बड़े पैमाने पर पांगडी जलाशय में पर्यटक पहुंचते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग व वन्यजीव विभाग ने इस क्षेत्र के मार्ग बंद कर दिए हैं। पांगडी जलाशय क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों पर रोक लगा दी है।

Created On :   2 Jun 2023 1:42 PM GMT

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