कंपनी मैनेजर ने लगाई ढाई करोड़ की चपत, झोपड़ी की जगह बना तीन मंजिला मकान

कंपनी मैनेजर ने लगाई ढाई करोड़ की चपत, झोपड़ी की जगह बना तीन मंजिला मकान
गोरखपुर थाने में मैनेजर उसके पिता सहित 5 के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क जबलपुर। गोरखपुर थाना क्षेत्र में गुप्तेश्वर कोल मांइस आफिस के पास से संचालित होने वाली बिजली ट्रांसमिशन लाइन एवं सब स्टेशन बनाने एक कंपनी के मैनेजर ने जालसाजी कर कंपनी को ढाई करोड़ से अधिक की चपत लगाई। इस मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि कंपनी को ढाई करोड़ की चपत लगाने वाला आरोपी मैनेजर ने अपने झोपड़ीनुमा मकान को तीन मंजिला इमारत के तब्दील कर दिया। कंपनी संचालक द्वारा की गयी शिकायत की जांच कें बाद पुलिस ने मैनेजर उसके पिता सहित 5 के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन मरियम चौक निवासी भानू शुक्ला द्वारा थाने में शिकायत देकर बताया गया कि वे कैलाश देव बिल्ड प्रायवेट लिमिटेड के संचालक है। कंपनी द्वारा बिजली ट्रांसमिशन व सब स्टेशन बनाने के सरकारी ठेके लिए जाते है वही जरूरत पडऩे पर अन्य फर्मो से भी काम करवाते है। उनकी कंपनी में पूर्व संतोष लोंदे काम करते थे और दस साल पहले उन्होने अपने बेटे दीपांशु को कंपनी में काम पर लगवाया था। कुछ साल पहले दीपांशु को कंपनी में मैनजर बना दिया गया एवं उसे डिजिटल हस्ताक्षर का प्रभारी भी बना दिया गया था। मैनेजर बनने के बाद दीपांशु अपनी कंपनी के द्वारा जिन दूसरी कंपनियों कों सामान तैयार करने का आर्डर उस आर्डर में जालसाजी करता था। आर्डर पूरा होने के समय वह संचालक को गुमराह कर गलत जानकारी देकर महंगे दामों पर खरीदी दिखाकर निर्माण कंपनियों से मोटी रकम ऐंठता था।

मोबाइल से हुआ खुलासा

जानकारी के अनुसार मैनेजर की गतिविधियों पर संदेह होने पर कंपनी संचालक भानू शुक्ला द्वारा & अप्रैल को अपनी कंपनी के कार्यालय पहुंचकर मैनेजर के मोबाइल की जांच की। मैनेजर के मोबाइल के वाटसएप पर दूसरी कंपनियों के कर्मचारियों से चैट व कंपनी के कई गोपनीय दस्तावेज थे। वही मोबाइल पर कई युवतियों के साथ उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें भी मिली है। पिता और भाई भी शामिल

शिकायत की जांच की जाने पर यह बात सामने आई कि कंपनी से धोखाधड़ी करने वालों में मैनेजर दीपांशु के साथ उसके पिता संतोष लोंदे भाई मयंक, योगेंद्र व दीपांशु की दोस्त शुभांगी बघेल शिखा मिश्रा भी शामिल थी। पुलिस को दीपांशु के खाते से 21 लाख 21 हजार, मयंक के खाते से 12 लाख 28 हजार योगेंद्र के खाते से 5 लाख शुभांगी के खाते से 1 लाख 22 हजार शिखा के खाते से & लाख &0 हजार रूपये मिले है यह राशि उन कंपनियों द्वारा दी गयी है जिन कंपनियों से अधिक भुगतान कराया गया था। इसमें रोहित सेन भी शामिल था। जांच के बाद मैनेजर उसके पिता दोनो भाईयों व रोहित सेन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

Created On :   11 April 2024 5:31 PM GMT

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