जबलपुर: जहाँ मोटरसाइकिल भी ठीक से नहीं निकल पा रही वहाँ बसों की धमाचौकड़ी, पूरा क्षेत्र परेशान

जहाँ मोटरसाइकिल भी ठीक से नहीं निकल पा रही वहाँ बसों की धमाचौकड़ी, पूरा क्षेत्र परेशान
  • दमोहनाका में समस्या गंभीर, जो रूट निर्धारित नहीं वहाँ से बस ले जा रहे चालक न ट्रैफिक पुलिस
  • न ही आरटीओ को मतलब, महीनों से फजीहत झेल रही जनता
  • फ्लाईओवर निर्माण के रास्ते पर सड़कों को मोटरेबल नहीं रख पा रहा है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। दमोहनाका चौक के आसपास एक किलोमीटर के एरिया में फ्लाईओवर का विस्तार किया जा रहा है। इन दिनों विस्तार वाले इस एरिया में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है।

विशेष बात यह है कि चौराहे की यह दशा है कि जहाँ से दोपहिया वाहन बेहद मुसीबत और मशक्कत के बाद आगे बढ़ पाते हैं उस एरिया में कुण्डम, मण्डला, पनागर एरिया की बसें निकल रही हैं।

एक भी बस यदि सुबह, दोपहर व शाम को फँस गई तो कई मीटर एरिया के ट्रैफिक का यह पूरी तरह से कबाड़ा कर रही है। लोक निर्माण विभाग जो विस्तार एरिया में निर्माण कर रहा है वह डायवर्जन प्वाॅइंट तक नहीं दर्शा पा रहा, आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस भी अपनी भूमिका निभाने में नाकाम नजर आ रहे हैं।

लोगों का कहना है कि बीते कई महीनों से इस पूरे एरिया में ट्रैफिक बेहद मुसीबतों से भरा है। खासकर बसें हर कुछ मिनट में यहाँ सँकरी गली नुमा सड़कों को जाम कर रही हैं।

सड़क मोटरेबल भी नहीं

इधर लोक निर्माण विभाग जो फ्लाईओवर एक्सटेंशन का हिस्सा बना रहा है। वह फ्लाईओवर निर्माण के रास्ते पर सड़कों को मोटरेबल नहीं रख पा रहा है। सड़क के नाम पर यहाँ कुछ भी नहीं है।

जनता निर्माण के दौरान यहाँ आसानी या सहजता से निकल सके इसको लेकर विभाग के अधिकारी सोच ही नहीं रहे हैं। लोगों का कहना कि अब मानसून एकदम करीब है, कम से कम अभी यहाँ आसपास के मार्गों को मोटरेबल कर दिया जाए तो आने वाले समय में जनता की परेशानी कम हो सकती है, नहीं तो इस एरिया से निकलना और भारी पड़ने वाला है।

रूट के अनुसार यहाँ आना ही नहीं चाहिए बसें

दीनदयाल बस टर्मिनल से जो बस कुण्डम, मण्डला, पनागर एरिया के लिए छूटती है उसको दमोहनाका एरिया में नहीं आना चाहिए। जो रूट निर्धारित है उसके नियम का पालन हो तो बस प्रवेश न करे पर कई सालों से बसें गंतव्य तक पहुँचने के लिए जो रूट निर्धारित है उससे अलग ही राह पकड़ती हैं इसका नतीजा शहर के लोग भुगत रहे हैं।

बसों के फेरे में यह तक स्थिति होती है कि एम्बुलेंस तक फँस जाती है और जो लोग सुबह के वक्त ऑफिस के लिए जा रहे होते हैं वे दमोहनाका चौक पर देर तक उलझकर रह जाते हैं।

Created On :   4 Jun 2024 3:27 PM IST

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