तफ्तीश: मेडिकल में नर्सिंग छात्रा की आत्महत्या का मामला, घर गई छात्राओं को पूछताछ के लिए वापस बुलाया

मेडिकल में नर्सिंग छात्रा की आत्महत्या का मामला, घर गई छात्राओं को पूछताछ के लिए वापस बुलाया
  • 90 फीसदी छात्राओं के जाने से गर्मी की छुट्‌टी घोषित करना पड़ा
  • अब सभी छात्राओं को वापस बुलाया जा रहा
  • दूसरे शहरों से जल्द वापस आने में होती है दिक्कत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अपनी सहेली की आत्महत्या के बाद गमगीन माहौल में बीएससी नर्सिंग की छात्राएं अपने घर चली गई हैं। आत्महत्या के दूसरे ही दिन 90 फीसदी छात्रावास खाली होने से नर्सिंग कॉलेज की गर्मियों की छुटि्टयां घोषित कर दी गई थी। इस बात को पांच दिन हो गए, लेकिन अब घर गई सभी छात्राअों को वापस बुलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उनसे पूछताछ की जाएगी। ऐसे में तत्काल नागपुर कैसे पहुंचे, यह सवाल छात्राओं के सामने पैदा हुआ है।

कल ही उपस्थित होने को कहा : शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) से संलग्न बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष की छात्रा ऋतुजा बागडे ने 3 अप्रैल को आत्महत्या की थी। इस घटना के बाद अन्य छात्राआंे के मन में भय का वातावरण पैदा हुआ। उन्होंने छुटि्टयां लेकर घर जाना शुरू किया। दो दिन में ही 90 फीसदी छात्रावास खाली हो गया। इसे देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने गर्मियों की छुटि्टयों की घोषणा कर दी। हर साल मई महीने से दूसरे सप्ताह में छुटि्टयां घोषित होती है। इस बार उन्हें 21 अप्रैल तक छुट्‌टियां दी गई है। उन्हें लौटे अभी पांच दिन भी नहीं हुए कि कॉलेज प्रशासन ने 10 अप्रैल को सभी छात्राओं को कॉलेज में उपस्थित रहने की सूचना दी है।

आत्महत्या के मामले में पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। वहीं मेडिकल प्रशासन ने पीएसएम विभाग के प्राध्यापक डॉ. सुभाष ठाकरे की अध्यक्षता में अलग से जांच समिति गठित की है। इसलिए छात्राओं को 10 अप्रैल को दोपहर 12 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है। चर्चा है कि आत्महत्या के एक दिन पहले 2 अप्रैल को दोपहर 12 बजे वार्ड क्रमांक 7 में कॉलेज के एक ट्यूटर द्वारा ऋतुजा से अपमानजनक बर्ताव किया गया था। वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन अब तक फुटेज नहीं मिलने की चर्चा है।


Created On :   9 April 2024 8:43 AM GMT

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