Nagpur News: आठ गांवों में बाघ की दहशत , 15 दिन बाद भी वन विभाग खाली हाथ

आठ गांवों में बाघ की दहशत , 15 दिन बाद भी वन विभाग खाली हाथ
  • न दिन में और न रात को अकेले बाहर निकल सकते
  • रेस्क्यू टीमें बाघ को पकड़ने की कोशिश में

Nagpur News नागपुर जिले के पारशिवनी व रामटेक क्षेत्र के 8 गांवों में बाघ की दहशत बनी हुई है। इन गांवों के लोग रात के समय घर बाहर नहीं निकल सकते हैं। दिन में भी खेत में अकेले जाने में उन्हें डर लग रहा है। हालांकि, वन विभाग की टीम लगातार बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन 15 दिन बाद भी बाघ हाथ नहीं लग सका है, जिससे ग्रामवासियों की चिंता बढ गई है। बता दें कि, जून माह के शुरूआत में पारशिवनी में इस बाघ ने एक व्यक्ति की जान ले ली थी, तब से रेस्क्यू टीमें बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।

रेस्क्यू टीमों को बार-बार दे रहा चकमा : पारशिवनी तहसील उरवाडा गांव में इस बाघ ने किसान रवि कवडू कालसर्प (42) पर हमला कर उसकी जान ले ली थी। इस घटना के बाद बाघ और किसी पर हमला न करे, इसलिए इसे पकड़ने का फरमान नागपुर वन मुख्यालय ने जारी किया था, तब से नागपुर, भंडारा व गोंदिया की टीमें बाघ को पकड़ने में लगी हैं। बाघ लगातार आंख मिचौली खेल रहा है। कई बार मौका आया, लेकिन बाघ हर बार चकमा देने में सफल हो रहा है। रेस्क्यू टीम से बचकर यह बाघ अब न्यूरवाड़ा, विठोली, नवेगांव खैरी, पाली, पाला सावली, बाबूरखेड़ा, सालई, अामगांव में घूम रहा है, जिससे इन गांवों के लोगों में बाघ को लेकर दहशत बनी हुई है। इस साल पारशिवनी में बाघ के हमले की तीसरी घटना हुई है, जिससे क्षेत्र में बाघ का आतंक बढ़ गया है।

खोज में 4 ड्रोन, 45 सीसीटीवी : वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, बाघ को सर्च करने के लिए 4 ड्रोन व 45 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बाघ की गतिविधियां पकड़ में आ रही हैं, लेकिन बाघ पानी के पास होने से उसके रेस्क्यू करने में थोड़ी दिक्कत आ रही है। बाघ ने किसान के साथ गांव परिसर में दो मवेशियों को भी अपना निवाला बनाया है। बाघ की पहचान एक फ्लोटिंग बाघ के रूप में हुई है। उसने अपना क्षेत्र यही बना लिया है।

गांववालों को सतर्क किया : वन विभाग ने जंगल से सटे खेतों में काम करने वाले किसानों को सतर्क किया है। उन्हें सूचित किया गया है कि, अकेले काम न करें। खेत के आस-पास कंटिली सुरक्षा दीवार बनाएं। खेत में जाते समय हाथ में औजार रखें, जैसे कुल्हाड़ी आदि। खेत में रात तक न रुकें। खेत में रहने की नौबत आए, तो रात को मचान पर रुकें, साथ में टॉर्च, मोबाइल रखें, मोबाइल पर गाने बजाते रहें।


Created On :   17 Jun 2025 3:05 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story