Nagpur News: राज्य की 5373 स्कूलों में बिजली नहीं शौचालय को तरसती हैं छात्राएं

राज्य की 5373 स्कूलों में बिजली नहीं शौचालय को तरसती हैं छात्राएं
  • महाराष्ट्र में शिक्षा की ऐसी अनदेखी चिंताजनक
  • 3335 स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय नहीं

Nagpur News राज्य के सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, कम्प्यूटर, आईसीटी लैब लगाने की बात चल रही है, लेकिन 5373 स्कूलों में बिजली तक नहीं है। स्वतंत्रता के 75 वर्षों के बाद भी स्कूलों में स्टूडेंट्स को बिजली, पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है।

प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में विश्लेषण : हाल ही में केंद्र के शिक्षा और साक्षरता मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक हुई। इसमें समग्र शिक्षा के तहत महाराष्ट्र राज्य के लिए वार्षिक कार्य योजना और बजट 2025-26 पर विचार किया गया। इस बैठक में यह जानकारी सामने आई। शिक्षा प्रणाली के बारे में डेटा एकत्र करना और उसका विश्लेषण करने वाले यूडीआईएसई (एकीकृत जिला सूचना प्रणाली फॉर एजुकेशन) 2023-24 के अनुसार कुल 65,157 स्कूलों में से 5,373 स्कूलों में बिजली नहीं है। 530 स्कूलों में पीने के पानी की सुविधा नहीं है। साथ ही, 3335 स्कूलों में लड़कियों के शौचालय नहीं हैं। लड़कों के 5127 स्कूलों का यही हाल है।

ऐसी है स्थिति : राज्य में कुल छात्र नामांकन में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का नामांकन केवल एक प्रतिशत है। इसके अलावा, लगभग सभी कक्षाओं में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की हिस्सेदारी में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। यूडीआईएसई 2023-24 के अनुसार, केवल 9.2 प्रतिशत शिक्षकों को समावेशी शिक्षा में प्रशिक्षित किया गया है। राज्य में कुल 4,307 विशेष शिक्षक हैं। इनमें समग्र शिक्षा के तहत ब्लॉक रिसोर्स सेंटर में तैनात शिक्षक भी शामिल हैं।

केंद्र का सख्त निर्देश, सौ प्रतिशत सुविधा उपलब्ध कराएं : स्कूलों में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर इस बैठक में केंद्र राज्य को सख्त निर्देश दिए गए। शिक्षा और साक्षरता मंत्रालय के सचिव ने जोर देकर कहा कि राज्य उन स्कूलों की पहचान करें, जहां इन आवश्यक सुविधाओं की कमी है। वर्ष 2025-26 के दौरान सभी सरकारी स्कूलों में सौ प्रतिशत सुविधाएं सुनिश्चित करें।


Created On :   6 Jun 2025 2:55 PM IST

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