कार्रवाई: मोमबत्ती कारोबारी को किया धमकी भरा फोन, फिरौती मांगने वाले धराए

मोमबत्ती कारोबारी को किया धमकी भरा फोन, फिरौती मांगने वाले धराए
  • 3 करोड़ की फिरौती मांगने वालों को पुलिस ने दबोचा
  • कारोबारी को किया धमकी भरा फोन किया
  • फोन पर मांग थी फिरौती

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के एक मोमबत्ती कारोबारी को परिवार सहित देख लेने की धमकी देकर उससे 3 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने वाले दो आरोपियों को गणेशपेठ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम खुशाल सदावर्ते (28) महल और महेंद्र पराते (26) लालगंज खैरीपुरा निवासी बताया गया है। बताया जाता है कि आरोपी खुशाल सदावर्ते उक्त मोमबत्ती कारोबारी से मोमबत्तियां खरीदता था। उसने अपने दोस्त महेंद्र पराते के साथ मिलकर फिरौती मांगने की योजना मोमबत्ती कारोबारी संतोष अग्रवाल को धमकी देकर बनाई थी। चर्चा है कि आरोपियों ने कारोबारी के बच्चे को नुकसान पहुंचाने की भी धमकी दी।

आज होगी पेशी

गणेशपेठ पुलिस ने तकनीकी आधार पर आरोपी खुशाल सदावर्ते और महेंद्र पराते को धर-दबोचा। पूछताछ में पता चला कि फिरौती की रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। धमकी देने के बाद फोन कट कर देते थे। परेशान कारोबारी अग्रवाल ने गणेशपेठ के वरिष्ठ थानेदार ऋषिकेश घाडगे से मिलकर आपबीती सुनाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त गोरख भामरे के मार्गदर्शन में छानबीन शुरू की गई। उनके मार्गदर्शन में घाडगे आैर उपनिरीक्षक दिनेश माणूसमारे के दस्ते ने तकनीक के आधार पर दोनों आरोपियों को धरदबोचा। रविवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

यह है मामला

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गणेशपेठ क्षेत्र निवासी संतोष अग्रवाल (62) का मोमबत्ती का कारोबार है। वे मोमबत्ती के विदर्भ के बड़े कारोबारी में शुमार हैं। उन्होंने गणेशपेठ थाने में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस को बताया कि आरोपी खुशाल सदावर्ते आैर महेंद्र पराते ने उनसे परिवार को नुकसान पहुंचाने व देख लेने की धमकी देकर 3 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। 2 जनवरी को उनके मोबाइल पर धमकी भरा कॉल आया। इसके बाद वह नंबर बंद हो गया। 3 जनवरी को गणेशपेठ थाने में शिकायत की। गणेशपेठ के वरिष्ठ थानेदार ऋषिकेश गाडगे ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देकर छानबीन शुरू की।

फोन कर दिया था स्वीच ऑफ

सूत्रों ने बताया कि आरोपियों ने जिस नंबर से पहली बार अग्रवाल को धमकी देकर 3 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। उस नंबर काे स्वीच ऑफ कर दिया था। शिकायत किए जाने के बाद भी आरोपियों की खोजबीन के लिए पुलिस के पास वही नंबर एक विकल्प था, लेकिन वह धमकी देने के बाद दोबारा फोन को स्वीच ऑफ कर देते थे। आखिरकार धमकी के तीसरे दिन 6 जनवरी को गणेशपेठ पुलिस ने दबोच लिया।

Created On :   7 Jan 2024 10:07 AM GMT

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