महोत्सव: सिंधुरागिरी महात्म्य महानाट्य ने बताया रामटेक का पौराणिक, धार्मिक इतिहास

सिंधुरागिरी महात्म्य महानाट्य ने बताया रामटेक का पौराणिक, धार्मिक इतिहास
  • महासंस्कृृृति महोत्सव के चौथे दिन महानाट्य का मंचन
  • विदर्भ के सबसे बड़े सांस्कृतिक महोत्सव में उमड़ी भीड़
  • अब प्रतिवर्ष 22 जनवरी से होगा आयोजन

डिजिटल डेस्क, रामटेक (नागपुर)। नेहरू मैदान रामटेक में चल रहे महासंस्कृृृति महोत्सव के चौथे दिन मंचित सिंधुरागिरी महात्म्य महानाट्य ने रामटेक वासियों को रामटेक के पौराणिक, धार्मिक इतिहास से अवगत कराया। अमन कबीर द्वारा लिखित, संयोजक अमोल खंते और रवींद्र दुरुगकर द्वारा निर्देशित इस महानाट्य ने रामटेक के प्राचीन इतिहास को छुआ, जिसमें तपोगिरी, सिंधुरागिरी का इतिहास, प्रभु श्रीराम की प्रतिज्ञा, यादव वंश, वाकाटक वंश, महाकवि कालिदास द्वारा रचित मेघदूत खंडकाव्य, अंबाला तालाब, अगस्त्य मुनि की तपस्या, श्रीराम द्वारा राक्षसों का वध, हिरण्यकश्यप की तपस्या आदि प्रसंगों को मंचित किया।

विदर्भ का सबसे बड़ा महोत्सव बताया : राज्य के सांस्कतिक कार्य विभाग सांस्कृृृतिक कार्य संचालनालय और नागपुर जिला प्रशासन के समन्वय से आयोजित इस महासंस्कृृृति महोत्सव का उद्घाटन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तथा विधायक चंद्रशेखर बावनकुले के हाथों किया गया। इस अवसर पर विधायक एड. आशीष जयस्वाल, पूर्व विधायक डी. मल्लिकार्जुन रेड्डी, पूर्व विधायक आनंदराव देशमुख, उपविभागीय अधिकारी वंदना सवरंगपते, तहसीलदार डॉ. हंसा मोहने, न.प. मुख्याधिकारी पल्लवी राऊत उपस्थित थे। इससे पहले चुनाव प्रक्रिया में अच्छे कार्य कर पुरस्कार प्राप्त एसडीओ वंदना सवरंगपते इरानी का सम्मान किया गया। इस दौरान बावनकुले ने कहा कि बाबर ने मंदिर ढहाकर अयोध्या में मस्जिद बनाई। 22 जनवरी 2024 को सैकड़ों वर्ष बाद पुन: यहां रामलला विराजमान हुए हैं। इस दिन से अपनी पीढ़ी, अपना जीवन सार्थक हुआ है। रामटेक में आयोजित इस महासंस्कति महोत्सव को उन्होंने विदर्भ का सबसे बड़ा महोत्सव बताया।

मशाल यात्रा से रामनगरी राममय : अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर नगरवासियों ने श्रीरामकृष्ण रथयात्रा, मशाल यात्रा निकालकर रामनगरी को राममय बनाया। श्री विट्ठल रुक्माई मंदिर से निकली श्रीरामकृष्ण रथयात्रा अठराह भुजा गणेश मंदिर, पापधुपेश्वर वार्ड से गुजरकर नगर के प्रमुख मार्गों से महोत्सव स्थली पहुंची। वहीं भव्य मशाल यात्रा शिवाजी पुतला परिसर से निकलकर डॉ. आंबेडकर चौक, गांधी चौक से राखी तालाब रोड से महोत्सव स्थली पहुंची। यहां यात्रा का समापन हुआ।

प्रत्येक वर्ष 22 जनवरी को होगा श्रीराम महोत्सव : अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा दिन के स्मरण में प्रतिवर्ष रामटेक में शासन द्वारा ‘श्रीराम महामहोत्सव’ आयोजित किए जाने की घोषणा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को महासंस्कृृृृति महोत्सव में की। इस महामहोत्सव द्वारा अपनी संस्कृति, सांस्कतिक धरोहर की प्रस्तुति की जाएगी, जिससे रामटेक वासियों का इस महामहोत्सव को लेकर उत्साह बढ़ा है।


Created On :   23 Jan 2024 12:44 PM GMT

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