आक्रोश: हैदराबाद स्थानांतरण , न जाने पर वेतन रोका, कचरा कंपनी का कर्मचारी बस के नीचे लेटा

हैदराबाद स्थानांतरण , न जाने पर वेतन रोका, कचरा कंपनी का कर्मचारी बस के नीचे लेटा
  • कंपनी ने रोका वेतन
  • मनपा को नहीं आंदोलन की जानकारी
  • अधिकारियों ने कहा यह मनपा का मामला नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा की कचरा कंपनी बीवीजी इंडिया कंपनी के कर्मचारी सुधाकर बोरकर ने सोमवार को सुबह भांडेवाड़ी परिसर में कचरा संकलन वाहन के सामने लेटकर प्रदर्शन किया। कर्मचारी का आरोप है कि कंपनी की ओर से जनवरी माह में हैदराबाद स्थानांतरण का आदेश दिया गया है। ऐसे में हैदराबाद नहीं जाने पर मासिक वेतन रोका गया है। इस पूरे मामले में मनपा के अधिकारी कोई भी जानकारी होने से इनकार कर रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक प्रशासन का मामले से कोई संबंध नहीं है, यह कंपनी का आंतरिक मामला है और वे इस मामले में कोई भी दखलअंदाजी नहीं कर सकते हैं।

क्या है मामला : बीवीजी इंडिया कंपनी की ओर से सुपरवाइजरों को जनवरी माह में आंध्र प्रदेश के गुन्टकल मनपा में स्थानांतरित किया गया है। इनमें सुधाकर बोरकर, प्रशांत कोटांगले, अशोक हटवार, नीलेश खोब्रागड़े और मनोहर खंडारे का समावेश है। इन कर्मचारियों को 12 जनवरी के अादेश में 20 जनवरी तक कार्यरत होने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कर्मचारियों की ओर से काम पर नहीं पहुंचने के चलते नागपुर कार्यालय से वेतन को रोका गया। ऐसे में वेतन भुगतान की मांग को लेकर सुधाकर बोरकर ने सोमवार को भांडेवाड़ी में वाहन के सामने लेटकर प्रदर्शन किया। पूरे मामले में मनपा के अधिकारियों का दावा है कि कंपनी के आंतरिक कार्यप्रणाली से प्रशासन का कोई संबंध नहीं है। बीवीजी कंपनी के मुताबिक कर्मचारी सुधाकर बोरकर का मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने से भी परेशानी हो रही है।

कर्मचारियों का बेवजह दबावतंत्र : कंपनी की नीतियों के तहत कर्मचारियों को आंतरिक स्थानंतारण में गुन्टकल मनपा में स्थानांतरित किया गया है। हैदराबाद में कार्यरत नहीं होने पर वेतन रोका गया था। हालांकि जनवरी माह का वेतन भुगतान किया जा चुका है। सुधाकर बोरकर के मानसिक संतुलन को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। रमाकंात भोंबे, प्रोजेक्ट हेड, बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड

Created On :   27 Feb 2024 5:05 AM GMT

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