दबिश: नागपुर रेलवे स्टेशन पर दूसरी बार चोरी करने आई थी दो महिलाएं , आरपीएफ ने पकड़ा

नागपुर रेलवे स्टेशन पर दूसरी बार चोरी करने आई थी दो महिलाएं , आरपीएफ ने पकड़ा
  • कुछ दिन पहले नागपुर स्टेशन पर चोरी को अंजाम दे चुकीं
  • संदिग्ध हरकतों पर आरपीएफ की नजर पड़ी
  • पूछताछ करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर हुआ संदेह

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कुछ दिन पहले नागपुर स्टेशन पर चोरी को अंजाम दे चुकीं दो महिलाएं एक बार फिर नागपुर स्टेशन पर चोरी करने के इरादे से पहुंचीं, लेकिन उनकी संदिग्ध हरकतों पर आरपीएफ की नजर पड़ गई और आरपीएफ ने उन्हें पकड़ लिया।

दोनों महिलाएं नागपुर की : जानकारी के अनुसार रविवार को नागपुर रेलवे स्टेशन पर सीपीडी टीम मे तैनात आरपीएफ उपनिरीक्षक एच.एल. मीना, सहायक उप निरीक्षक मनोज कुमार पांडे व प्रधान आरक्षक कपिल झरबड़े, तथा आरक्षक नीरज कुमार प्रधान तथा महिला आरक्षक दीपा कैथवास को प्लेटफार्म नं.-1 पर दो महिलाएं संदिग्ध हालत में नजर आयीं। उनसे पूछताछ करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने उन्हें आरपीएफ थाने में ले जाया गया, जहां महिला उपनिरीक्षक अनुराधा मेश्राम ने सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम लता जयदेव नाड़े ( 40), निवासी रामेश्वरी व काजल क्रिष्णा नाड़े (30), निवासी रामेश्वरी बताया। उन्होंने बताया कि दोनों ने 8 मार्च को प्लेटफार्म नं.-1 पर ट्रेन संख्या 12159 के आगे के जनरल कोच में चढ़ रही एक महिला यात्री के पर्स से 7 हजार रुपए चुराए थे। आज भी यात्री का सामान चुराने के लिए ही स्टेशन पर आई थीं। कार्रवाई मनोज कुमार, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ नागपुर एवं श्रीकुमार कुरूप, सहायक सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ, नागपुर के मार्गदर्शन में की गई।

हत्यारोपी पति को उम्रकैद , हार्ट अटैक से पत्नी की मौत होने की दी थी झूठी शिकायत : शारीरिक संबंध नहीं बनाने देने पर पत्नी की गला दबाकर हत्या करने वाले आरोपी पति को जिला न्यायालय ने दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा और 2 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। न्या. एस.एम. कनकदंदे ने यह फैसला दिया। आरोपी दिनेश छटीलाल पाल (30) है। उसे पत्नी सुषमा (28) की हत्या करने के मामले में कोर्ट ने दोषी करार दिया है। आरोपी दिनेश मूलत: चरहट, मध्य प्रदेश का रहने वाला है। वह काम के सिलसिले में पत्नी और बच्चों के साथ हिंगना तहसील के टेंभरी में किराए से रहता था। हत्या की घटना 28 नवंबर 2020 की है। हत्या के बाद आरोपी दिनेश ने एमआईडीसी बोरी पुलिस स्टेशन में पत्नी की हार्ट अटैक से मौत होने की झूठी शिकायत दर्ज की थी। शिकायत पर पुलिस घटनास्थल पर जाकर पंचनामा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुषमा की गला दबाकर हत्या करने की बात सामने आयी। पुलिस ने 30 नवंबर 2020 को आरोपी दिनेश को हिरासत में लेकर हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में जिला न्यायालय के समक्ष हुई सुनवाई में कोर्ट ने सभी गवाह और सबूतों को ध्यान में लेने के बाद आरोपी दिनेश पाल को उम्रकैद की सजा सुनाई है। राज्य सरकार की ओर से एड. माधुरी मोटघरे ने पैरवी की।


Created On :   19 March 2024 8:07 AM GMT

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