बाजार में बिकने के पहले ही पकड़ाया 126 क्विंटल का सरकारी गेहूं

126 quintals of government wheat seized Even before selling in the market
बाजार में बिकने के पहले ही पकड़ाया 126 क्विंटल का सरकारी गेहूं
बाजार में बिकने के पहले ही पकड़ाया 126 क्विंटल का सरकारी गेहूं

डिजिटल डेस्क, कटनी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को वितरित होने वाले अनाज की कालाबाजारी का भंडाफोड़ उस समय हुआ जब लोगों की जागरूकता से बाजार में बिकने के पहले ही खाद्य विभाग ने 126 क्विंटल गेहूं जब्त किया। कालाबाजारी के लिए गेहूं दूसरे वाहन में लोड किया जा रहा था। उसी समय लोगों ने कलेक्टर को सूचना दे दी और कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग ने छापामार कर गेहूं एवं दोनों वाहन जब्त कर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की।

खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुनसार शहर की उचित मूल्य दुकानों में पहुंचाने के लिए ट्रक क्रमांक एमपी 20 एसबी 4348 में 336 क्विंटल गेहूं रुचि वेयर हाउस से 25 अप्रेल को लोड हुआ था। शुक्रवार शाम 4 बजे  ट्रक क्रमांक एमपी 20 एसबी 4348 में भरा गेहूं मिनी ट्रक क्रमांक एमपी 20 जी 5567 में रखा जा रहा था। पन्ना मोड़ के आगे कुठला थाने के पहले बड़े वाहन से छोटे वाहन में पीडीएस का गेहूं लोड करने पर लोगों को कालाबाजारी का संदेह हुआ और सीधे कलेक्टर के.व्ही.एस.चौधरी को कॉल कर दिया। 

दोनों वाहन व अनाज जब्त 
कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रक क्रमांक एमपी 20 एसबी 4348 से 50 किलोग्राम वजन की 115 बोरी एवं मिनी ट्रक क्रमांक  एमपी 20 जी 5567 से 137 बोरी (कुल 126 क्विंटल) गेहूं एवं दोनों वाहन जब्त कर नागरिक आपूर्ति निगम के सुपुर्द किया। इस कार्रवाई में प्रभारी आपूर्ति अधिकारी के.एस.भदौरिया, सहायक आपूर्ति अधिकारी जितेन्द्र बर्मन शामिल थे। अनाज परिवहन का कार्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किया जाता है। बताया जाता है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनाज की कालाबाजारी का खेल लम्बे अर्से से चल रहा है लेकिन शुक्रवार को वह लोगों की नजरों से नहीं बच पाया। 

ठेकेदारी में परिवहन 
बताया गया है कि पीडीएस के खाद्यान्न का परिवहन ठेकेदार ने पेटी कॉन्ट्रैक्ट में किसी अन्य को दे दिया था।खाद्यान्न परिवहन का ठेका रीतेश तिवारी को दिया गया है लेकिन परिवहन का कार्य पेटी कॉन्ट्रैक्ट में अरुण नामदेव द्वारा किया जा रहा था। खाद्य विभाग ने इसे भी नियम विरुद्ध माना है। बताया गया है कि वेयर हाउस से 25 अप्रेल को गेहूं लेकर ट्रक निकला था लेकिन तीसरे दिन गेहूं के दुकानों तक नहीं पहुंचने से कालाबाजारी की संभावनाओं को बल मिलता है। 

गोदाम से दुकान तक चलता है खेल 
बताया जाता है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित होने वाले खाद्यान्न की कालाबाजारी सुनियोजित तरीके से होती है। परिवहनकर्ता द्वारा गोदाम से लेकर दुकानों तक खेल किया जाता है। बताया जाता है कि 50 किलोग्राम वजन की बोरी में कम अनाज भरा जाता है। कुछ विक्रेताओं ने बताया कि प्रत्येक बोरी में पांच किलोग्राम तक अनाज कम रहता है। कई दुकानों में बोरियें की तौल नहीं कराई जाती है। कई बार ऐसा भी होता है कि दुकानों में कम बोरियां दे दी जाती हैं और अधिक की पावती ली जाती है।

मिनी ट्रक में नहीं थी परमीशन बताया गया है मिनी ट्रक क्रमांक एमपी 20 जी 5567 को पीडीएस के खाद्यान्न परिवहन की वैध अनुमति नहीं थी। खाद्य विभाग ने मिनी ट्रक के चालक से नागरिक आपूर्ति निगम की अनुमति के कागजात मांगे लेकिन वह पेश नहीं कर सका। जबकि यदि किसी अन्य वाहन में पीडीएस के अनाज की ढुलाई कराई जाती है तो उसके लिए लिखित अनुमति आवश्यक है। 

Created On :   28 April 2018 2:14 PM IST

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