जेल जाने की डर से  खजाने में जमा कराए 41 लाख रुपये

41 lakh deposited in treasury for fear of going to jail
जेल जाने की डर से  खजाने में जमा कराए 41 लाख रुपये
जेल जाने की डर से  खजाने में जमा कराए 41 लाख रुपये

डिजिटल डेस्क कटनी । गुरुजियों पर मेहरबानी प्राचार्य और लेखापाल को इस कदर मंहगा पड़ा कि इसके एवज में उन्हें करीब दो लाख रुपए की चपत लग गई। ऊपर से अनुशासनात्मक कार्यवाही की तलवार अलग से लटक रही है। मामला गुरुजियों के नियम विरुद्ध संविलियन का है। शिक्षण सत्र 2007-08 में जिले के कई ब्लाकों में शिक्षा गारंटी स्कूलों में पदस्थ गुरुजियों को नियम विरुद्ध अध्यापक संवर्ग में संविलियन करते हुए  शिक्षकों के समान भुगतान किया गया। नियम विरुद्ध भुगतान का मामला पिछले कई वर्ष से अधिकारियों के बीच उलझा रहा। यह मामला जब जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे के पास पहुंचा तो उन्होंने नियम विरुद्ध भुगतान की जांच कराई और उसमें गड़बड़ी पकड़ी। सुनवाई का अवसर भी दिया गया। इसके बावजूद किसी तरह का संतोषजनक जवाब गुरुजी और प्राचार्य नहीं दे सके। इसके लिए करीब एक सप्ताह पहले सीईओ ने रिकव्हरी का नोटिस संबंधित प्राचार्य, लेखापाल को जारी किया। जेल जाने की डर से 41 लाख रुपए शासकीय खजाने में दोषियों ने जमा कराए।
दो गुरुजी का भरा हर्जाना
नियम विरुद्ध संविलियन में दो गुरुजी ऐसे रहे। जिसमें से भुगतान के बाद एक गुरुजी दुनिया को अलविदा कह चुके थे तो दूसरे गुरुजी और अन्य जगह चले गए। काफी खोजबीन के बाद भी दोनों गुरुजियों का पता नहीं चला तो नियम विरुद्ध फाइल चलाने वाले तत्कालीन प्राचार्य और लेखापाल को दोषी माना गया।
 

Created On :   30 Sept 2020 5:50 PM IST

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