दो बच्चों समेत विधवा का अन्नत्याग आंदोलन

Abandonment movement of widow with two children
दो बच्चों समेत विधवा का अन्नत्याग आंदोलन
मूर्तिजापुर दो बच्चों समेत विधवा का अन्नत्याग आंदोलन

डिजिटल डेस्क, मूर्तिजापुर. पुलिस स्टेशन अंतर्गत आने वाले ग्राम साखली निवासी 28 वर्षीय विधवा प्रियंका प्रवीण पोलकट ने अपनी दो नन्ही बेटियों गार्गी व जीविका के साथ मूर्तिजापुर तहसील कार्यालय के सामने अन्नत्याग आंदोलन आरंभ कर दिया है। 44 डिग्री तापमान की झुलसाती गर्मी में मां बेटियों के अन्नत्याग आंदोलन से मूर्तिजापुर के उपविभागीय राजस्व अधिकारी अभयसिंह मोहिते ने तत्काल सम्बंधित विभागों से मामले में दखल लेने के निर्देश दिए हैं। इस आंदोलन से क्या नतीजा निकलता है, इस ओर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। जानकारी के अनुसार, ग्राम साखली निवासी प्रवीण बाबूलाल पोलकट से 6 वर्ष पूर्व 26 मार्च 2016 को प्रियंका का विवाह हुआ। पति प्रवीण ने कृषि कार्य के लिए कोटक महिंद्रा कंपनी के कर्ज पर ट्रैक्टर लिया। किन्ही कारणों से ट्रैक्टर की किश्न न दे पाने के कारण फाइनान्स कंपनी ने ट्रैक्टर जब्त कर लिया। परेशान प्रवीण ने खेत में ही जहर पीकर खुदकुशी की। 19 नवंबर 2021 को इसकी मौत हुई। इसके बाद फाइनान्स कंपनी ने सांत्वना भेंट देकर पत्नी की जगह सास सुनंदा पोलकट के नाम से ढाई  लाख रूपए जबकि पोती गार्गी व जीविका के नाम से 5-5 लाख का चेक दिया। जिसे सेंट्रल को-ऑप बैंक मूर्तिजापुर में 5 साल की सावधि जमा के तहत दोनो बेटियों के नाम से फिक्स की गई। किन्तु वारिस में मां की जगह दादी सुनंदा को दर्ज किया गया। विधवा मां के जीवित रहते दादी को वारिस क्यों बनाया? दूसरी ओर ससुराल पक्ष के लोग प्रियंका को घर से खदेडने पर आमादा हैं। अपनी सुरक्षा को लेते हुए प्रियंका अपनी माता-पिता के पास रह रही है। पूरे मामले में ग्रामीण पुलिस तथा बैंक अधिकारियों की ससुराल वालों से मिलीभगत होने के कारण उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस संदर्भ में 14 मार्च को शिकायत के बावजुद कोई कार्रवाई न होने से विधवा ने अपनी दो बेटियों के साथ मंगलवार से मूर्तिजापुर के तहसील कार्यालय के सामने अन्नत्याग आंदोलन किया।

Created On :   21 April 2022 10:32 AM GMT

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