एडीजे को बंधक बनाकर लूटने वाले पकड़े गए, पुलिस की कहानी पर उठ रहे सवाल

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एडीजे को बंधक बनाकर लूटने वाले पकड़े गए, पुलिस की कहानी पर उठ रहे सवाल
एडीजे को बंधक बनाकर लूटने वाले पकड़े गए, पुलिस की कहानी पर उठ रहे सवाल

डिजिटल डेस्क,उमरिया। यहां एडीजे सुरेन्द्र शर्मा के घर पर मंगलवार की रात हुई लूट का पुलिस ने 48 घण्टे के भीतर खुलासा किया है। पुलिस की विवेचना के आधार पर शहडोल निवासी पांच युवकों ने घटना को अंजाम दिया था। मैहर से शहडोल लौटते समय रुपए खत्म होने पर स्मैक के नशे में उन्होंने न्यायाधीश के मकान में लूटपाट की थी। पुलिस ने घटना स्थल के नजदीक ही संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और घटना का खुलासा हो पाया। 24 घण्टे चली कड़ी पूछताछ के बाद लोहे का सरिया, मुुंह में बांधे गमछा, प्रयुक्त फिंगर प्रिंट मेल खाने से गिरफ्तार किया गया। दूसरी ओर पुलिस की यहा कहानी लोगों के गले नही उतर रही है । कुछ ऐंसी बातें हैं जो प्रश्न खड़ा कर रहीं हैं ।

पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी 

गुरुवार को सनसनीखेज वारदात का खुलासा करने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता आयोजित की गई। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, एसडीओपी केके पाण्डेय तथा रूपरेखा यादव की उपस्थिति में घटनाक्रम मीडिया के समक्ष रखा गया। एसपी ने बताया आरोपी आशीष सिंह धुर्वे निवासी शहडोल, अनिल कुमार यादव निवासी बमौरा, संदीप तिवारी नेहरू नगर रीवा, संदीप तिवारी तथा अभित सिंह राजपूत निवासी पथखई सिंहपुर हैं। ये लोग एक सितंबर से वाहन क्रमांक एमपी 18 जीए 2710 को लेकर शहडोल से मैहर दर्शन के नाम पर निकले थे। रास्ते में घूमते हुए वे लोग पहले कुण्डम से 10 हजार रुपए का स्मैक खरीदा। फिर गाड़ी में नशा करते हुए मैहर पहुंचे। अत्यधिक नशे के चलते सिर्फ एक ने ही मंदिर में दर्शन किए। फिर मैहर से चार सितंबर की रात उमरिया होते शहडोल लौट रहे थे। इसी दौरान आरोपियों के पास नशा, खाना तथा गाड़ी का डीजल खत्म होने लगा। किसी भी व्यक्ति के पास पैसा नहीं था। संजय तिवारी ने चपहा एटीएम से पैसे निकालने का प्रयास किया लेकिन एटीएम खराब था। फिर आशीष सिंह द्वारा गाड़ी में रखे हुकदार सरिया को लेकर खलेसर नाका समीप सुनसान कॉलोनी में सड़क से नजदीक स्थिति दिलीप खट्टर के मकान में रह रहे एडीजे के घर में घुस गए। वहां एडीजे के साथ बंधक बनाकर पूरे घर में नकदी व जेवरात की तलाशी ली। घटना में 520 रुपए लेकर भाग गए।

पांच सौ मीटर दूर मिले थे संदिग्ध

एडीजे करीब आधे घण्टे बाद खुद को मुक्त कराकर सहायक की खोजबीन की। बाहर से दरवाजा खोलकर उसे घटनाक्रम की जानकारी दी। तत्काल रात में उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस लाइन के पास मुख्य मार्ग की नाकेबंदी हो गई। अतिरिक्त बल आसपास घूमने वालों की सघनता से तलाशी करते हुए पहले दो युवकों को संदिग्ध हालत में ढाबे के पास, फिर दो गाड़ी के पास व एक अन्य को उनकी निशानदेही से पकड़ा। बुधवार को दिनभर चली पूछताछ के बाद गुरुवार को यह लूट का घटनाक्रम उजागर किया गया।
 

खड़े हैं ये सवाल 

- पुलिस ने खुलासा करते हुए वारदात में उपयोग तथा बरामद की गई सामग्री सार्वजनिक नहीं की। 
- कटनी स्मैक के नशे का बड़ा अड्डा माना जाता है यदि ये नशेड़ी थे तो कटनी सीधा न जाकर कुण्डम क्यूं गए। क्योंकि मैहर मार्ग जाने के लिए कटनी रास्ते में पड़ जाता है। 
- पुलिस का कहना है स्कार्पियों में डिक्की से इन्होंने हुकदार सरिया का उपयोग कर दरवाजा तोड़ा जबकि इतने छोटे सरिये से दरवाजे की सिटकनी टूटने में संदेह होता है। 
- पुलिस जांच में कहा गया है कि ये लोग 500 मीटर दूर गाड़ी के आसपास ही मिले हैं। सवाल यह है कि कोई लूट के बाद स्थल से इतना नजदीक क्यूं रूकेंगे। 
- बताया गया सभी पांचों पढ़े लिखे हैं लेकिन किसी को घर में न्यायाधीश है इसकी जानकारी नहीं लगी। जबकि बाहर मुख्य गेट के पास नाम पट्टिका में न्यायाधीश का नाम लिखा हुआ था। 
- खुलासा अनुसार उनके पास पैसे नहीं थे, इसलिए यह घटना की। जबकि वे घर में लूट की बजाय रास्ते में भी राहगीर से रुपए छीन सकते थे।
 

इनका कहना है 

पांचों युवक स्मैक का नशा किए हुए थे। उनके पास नशा, खाना व रुपए खत्म होने पर उन्होंने लूट की थी। फिंगर प्रिंट मैच करने पर तथा कपड़े आदि की पहचान से गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपी शहडोल निवासी हैं। सचिन शर्मा, पुलिस अधीक्षक उमरिया।

Created On :   5 Sep 2019 9:32 AM GMT

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