32 वर्ष के इंतजार के बाद ग्रामीणों को मिला जमीन का हक

After waiting for 32 years, the villagers got the right of land
32 वर्ष के इंतजार के बाद ग्रामीणों को मिला जमीन का हक
वर्धा 32 वर्ष के इंतजार के बाद ग्रामीणों को मिला जमीन का हक

डिजिटल डेस्क, वर्धा. जिले के सेलू तहसील के झड़शी गांव में 32 वर्ष पूर्व के पट्टे वितरण की समस्या पालकमंत्री सुनील केदान की पहल से कुछ ही माह में हल हो गई। गत अनेक वर्षों से पट्टे की प्रतीक्षा में रहे नागरिकों को जमीन के पट्टे सहित आवास मंजूरी के आदेश भी पालकमंत्री सुनील केदार के हाथों झड़शी गांव में ही वितरित किए गए। कार्यक्रम में पालकमंत्री सहित जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सचिन ओम्बासे, उपविभागीय अधिकारी सुरेश बगले, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष विजय जयस्वाल, पूर्व नगराध्यक्ष शेखर शेंडे, तहसीलदार महेंद्र सूर्यवंशी, सरपंच शुभांगी हलदे, मनोज चांदूरकर, शेलेंद्र दप्तरी, सौरभ शेलके, गौरव देशमुख आदि उपस्थित थे। बता दें कि सेलू तहसील के झड़शी गांव में कुछ वर्ष पूर्व गावठान विस्तार के लिए किसानों की ओर से जमीन संपादित की गयी थी। इसमें के कुछ किसानों ने जगह संपादित करने के बाद भी परस्पर बिना अनुमति प्लॉट डालकर इसकी बिक्री की। इस कारण गावठान के जरूरतमंद लोगों को पट्टे वितरण नहीं किए गए। इस प्रकरण में कानूनी कार्रवाई कर जरूरतमंदों को पट्टे वितरा करने के निर्देश पालकमंत्री सुनील केदार ने दिए थे। इस के बाद इस प्रकरण में गति से कार्रवाई की गयी। जिन किसानो की जमीन पट्टे वितरण के लिए संपादित की गयी थी। उसमें के किसानों ने 32 वर्ष के बाद जमीन भूखंड वितरण के लिए हस्तांतरित करने से प्रशासन की ओर से तत्काल कार्रवाई कर पट्टे वितरण की कार्रवाई पूर्ण की। इस कारण भूखंड की प्रतीक्षा में रहे नागरिकों को पालकमंत्री सुनील केदार के हाथों पट्टे व साथ ही आवास मंजूरी के पत्र दिए गए। पट्टे वितरित करते समय केदार ने कहा कि जनकल्याण के लिए प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने एकत्रीत होकर काम करने चाहिए। इस समय पालकमंत्री के हाथों पट्टे व आवास मंजूरी के आदेश, विद्यार्थियों को साइकिल, कंटीले तार के कम्पाऊंड, सिलाई मशीन, मोटर पंप, जिला वार्षिक योजना से मंजूर हुए विविध कामो के मंजूरी आदेश संबंधित ग्रामपंचायतों को वितरित किए गए। इस समय उपविभागीय अधिकारी सुरेश बगले, मनोज चांदुरकर, सौरभ शेलके, ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। गुट विकास अधिकारी शालिकराम पडघम ने प्रस्तावना रखी।

पालकमंत्री ने किया प्रमाणपत्रों का वितरण

स्थापना दिवस पर मुख्य ध्वजारोहण पालकमंत्री सुनील केदार के हाथों किया गया। इस समय विविध पुरस्कार व प्रमाणपत्र का वितरण किया गया। जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सचिन ओम्बासे, एसपी प्रशांत होलकर, अति.जिलाधिकारी मनोजकुमार खैरनार, अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्यजीत बढे, निवासी उपजिलाधिकारी प्रवीण महिरे उपस्थित थे। जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार ने किए उत्कृष्ठ काम के लिए सैनिक कल्याण विभाग के संचालको के स्मृतिचिह्न पालकमंत्री के हाथों जिलाधिकारी को देकर सम्मानित किया गया। शहीद सिपाही हरि पांडुरंगजी लाखे की वीरमाता सीताबाई लाखे, शहीद सिपाही अमित विनायक टिपले के वीरमाता नलिनी टिपले, शहीद सिपाही संजयकुमार चौधरी के वीरपत्नी जयश्री संजयकुमार चौधरी का पालकमंत्री सुनील केदार के हाथों शाल देकर सत्कार किया गया। गांदिया जिले के नक्षलग्रस्त भाग में कठिन काम करने के लिए रिजर्व पुलिस निरीक्षक कमलाकर घोटेकर, जिले के 8 हजार 627 बचत समूहों को 196 करोड़ के कर्ज वितरण में  काम करने के लिए जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक वैभव लहाणे का भी सत्कार किया गया। आदर्श पटवारी के रूप में चयनित भारसवाड़ा के पटवारी बी.एम. बन्सोड का गौरव किया गया।  मंडल अधिकारी दत्ता तड़स की ऑन ड्यूटी कोरोना के कारण मृत्यु हो गई थी। उनकी पत्नी कल्पना तड़स को 50 लाख रुपए की सानुग्रह  मदद पालकमंत्री सुनील केदार के हाथों दी गई।
 

Created On :   3 May 2022 7:25 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story