- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- वर्धा
- /
- प्राकृतिक आपदा से पीड़ित सभी किसानों...
प्राकृतिक आपदा से पीड़ित सभी किसानों को मिलेगा मुआवजा
डिजिटल डेस्क, वर्धा। अत्याधिक और बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से हुई क्षति के मुआवजे के लिए विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करें। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत प्रदान की जाएगी, ऐसा पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा। नागपुर विभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित वर्धा जिले में ओलावृष्टि और अत्याधिक बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा बैठक में मंत्री वडेट्टीवार ने यह निर्देश दिए। इस समय पालकमंत्री सुनील केदार, विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे-वर्मा, जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रातर, राजस्व उपायुक्त मिलिंद सालवे, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी, राजस्व एवं पुनर्वास अधिकारी उपस्थित थे। जिले में वर्ष 2021-22 में 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है और सरकार से मुआवजे के लिए 3 करोड़ 77 लाख की मांग की गई है। वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन के मानदंडों के अनुसार सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए आवश्यक धनराशि के संबंध में राज्य आपदा व्यवस्थापन के अनुसार सुधारित प्रस्ताव कर मांग की जाएं, ऐसे निर्देश मंत्री वडेट्टीवार ने दिए। हाल ही में हुई ओलावृष्टि और अत्यधिक बारिश से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बाधित सड़कों के साथ-साथ जल संरक्षण बांधों, बिजली के खंभों आदि के लिए भी प्रस्ताव प्रस्तुत करें। प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को तत्काल मदद की जरूरत है। इसलिए किसानों के नुकसान के प्रस्ताव को तुरंत मंजूरी दी जानी चाहिए और धनराशि उपलब्ध कराई जानी चाहिए, ऐसा पालक मंत्री सुनील केदार ने कहा। वर्धा जिले में बोंड लार्वा और अन्य बीमारियों के कारण कपास की फसल को 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है। इस संबंध में 98 करोड़ 72 लाख का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है और इस प्रस्ताव को विशेष मामले के रूप में स्वीकृत किया जाना चाहिए। पालक मंत्री सुनील केदार ने यह भी मांग की कि वर्ष 2021 में मकानों के नुकसान के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाए। प्राकृतिक आपदा, अत्यधिक बारिश और बाढ़ से प्रभावित परिवारों की मदद करते हुए कोई भी परिवार इस मदद से वंचित नहीं रहेगा। बैठक में इसका बात का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए। शुरुआत में जिला अधिकारी प्रेरणा देशभ्रातर ने जिले में प्राकृतिक आपदा, ओलावृष्टि और अत्यधिक बारिश से प्रभावित फसलों व बागों की जानकारी दी।
Created On :   6 Feb 2022 7:21 PM IST