पंचायत समिति के सहायक लेखापाल पर हेराफेरी का आरोप

Allegations of misappropriation on the assistant accountant of Panchayat Samiti
पंचायत समिति के सहायक लेखापाल पर हेराफेरी का आरोप
समुद्रपुर पंचायत समिति के सहायक लेखापाल पर हेराफेरी का आरोप

डिजिटल डेस्क, समुद्रपुर. पंचायत समिति के वित्त विभाग के सहायक लेखापाल ने मृतक कर्मचारियों के बैंक खाते से रक्कम निकालकर 35 से  40 लाख रुपये की राशि दूसरों के बैंक खाते में ट्रान्सफर की है। यह कारनामा उन्होंने अकेले किया है। अथवा इस काम में उन्हें किसी ने सहायता की है। इस संबंध में पूछताछ करने पर अधिकारी चुप्पी साधकर बैठे हैं।  समुद्रपुर पंचायत समिति लेखापाल ने मृतक सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बैंक खाते से पेन्शन की राशि निकालकर तीसरे व्यक्ति के बैंक खाते में ट्रान्सफर करने का काम कई वर्षो से किया जा  रहा है। इस काम में कितने कर्मचारी शामिल हैं। इसकी जानकारी नहीं मिल रही है। वही दो महिला व दो पुरुषों के बैंक खाते से राशि ट्रान्सफर किए जाने की जानकारी है। इसके तहत 35 से 40 लाख रुपये की हेराफेरी किए जाने की जानकारी है। यह राशि इससे भी अधिक होने का अंदाजा जताया जा रहा है। स्थानीय पंस में कुछ वर्ष पहले ऐसा ही मामला सामने आया था। लेकिन अधिकारियों ने इससे कोई सबक नहीं लिया हैं। पुन: एक बार भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण की  गोपनीय जांच किए जाने की जानकारी है, लेकिन सत्य सामने आकर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बैंक खाते में राशि कब जमा होगी? ऐसा सवाल खड़ा किया जा रहा है। सहायक लेखापाल सन 2021 में 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हुए। लेकिन उन्होने अपना चार्ज हुसुकले को नहीं दिया। पंचायत समिति में आकर हुसुकले को सहायता करने की बात कहकर पेन्शनधारियों के बैंक खाते से राशि अन्य दो महिला व पुरुषों के बैंक खाते में ट्रान्सफर  किए जाने की जानकारी हैं। कुछ दिनों पहले रवी पाटील नामक कर्मचारी की पोस्टींग लेखापाल पद पर की गयी। उन्हें संदेह होने के कारण उन्होने प्रकरण की गहन जांच की। साथ ही मामले की रिपोर्ट बीडीओ रोशन दुबे को दी। जिप के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गयी। लिहाजा लेखापाल अभय कुलकर्णी के नेतृत्व में मामले की जांच की जा रही  हैं। जांच अधिकारी तहसील कार्यालय से कुछ कागजात साथ में लेकर जाने की जानकारी हैं।

2017 से की जा रही हेराफेरी : समुद्रपुर पंचायत समिति के लेखापाल मौजे 2012 से कार्यरत  थे। वे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बैंक खाते से राशि निकालकर अन्य दो महिला व पुरुष के बैंक खाते में जमा करते थे। वर्ष 2017 से यह सिलसिला जारी होकर कुल 35 से 40 लाख रुपये का गबन किए जाने की जानकारी है।

जांच के बाद होगी कार्रवाई

रोशन दुबे, बीडीओ, पंचायत समिति के मुताबिक मृतक पेन्शनधारकों के बैंक खाते से राशि निकालकर दूसरों के खाते में ट्रान्सफर कर हेरोफेरी की गयी। यह बात सत्य है। इस प्रकरण में जिला परिषद के लेखापाला अभय कुलकर्णी की अगुवायी में बनी समिति जांच-पड़ताल कर गयी है। समिति व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की रिपोर्ट आने के बाद उसके अनुसार कारवाई की जाएगी।

                 
 

Created On :   16 Aug 2022 6:17 PM IST

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