लापरवाही पर पर्दा डालने सीसी रोड में डामर का लेप, बिना जांच ठेकेदार को क्लीन चिट 

Asphalt coating in CC Road to cover negligence, clean chit to contractor without investigation
लापरवाही पर पर्दा डालने सीसी रोड में डामर का लेप, बिना जांच ठेकेदार को क्लीन चिट 
लापरवाही पर पर्दा डालने सीसी रोड में डामर का लेप, बिना जांच ठेकेदार को क्लीन चिट 

डिजिटल डेस्क कटनी । देश के चार राज्यों को जोडऩे वाले एनएच-30 में भ्रष्टाचार की दरार विभागीय अधिकारियों की कारगुजारी स्पष्ट कर रही है और विभाग के अफसर ऑल इज वेल का राग अलाप रहे हैं। कटनी प्रोजेक्ट ऑफिस से करीब 13 किलोमीटर दूरी पिपरौंध के ब्रिज की सडक़ में लंबी-चौंड़ी दरारें कब किसी राहगीरों को गंभीर रुप से घायल कर दें, इस बात का डर राह में गुजरने वालों के साथ आस-पास के लोगों को भी सताता रहता है। इसके बावजूद विभाग के अधिकारियों के पास इतना समय नहीं है कि वे नाक के नीचे ही निर्माण एजेंसी से गुणवत्ता का पालन करा सकें। दरअसल मार्ग में लीपापोती की कहानी पिछले कई माह से चल रही है, अब दरारों के साथ यह तस्वीर सबके सामने है। इस संबंध में प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर भी लापरवाही पर हाथ खड़े करते हुए पुल के मार्ग में पड़ी दरार को एप्रोच मार्ग की दरार बताने का काम कर रहे हैं।
करोड़ों का है प्रोजेक्ट
प्रदेश में रीवा से नरसिंहपुर के बीच बनने वाला यह मार्ग करोड़ों का है। जिसकी लागत करीब 2700 करोड़ रुपए बताई जा रही है। कटनी प्रोजेक्ट कार्यालय के अंतर्गत रीवा से मैहर और मैहर से स्लीमनाबाद का मार्ग ठेकेदार ने अधिकारियों की देखरेख में भी बनाया है। दूरस्थ क्षेत्रों की बात तो छोड़ दें, जिस जिला मुख्यालय में एनएच का प्रोजेक्ट ऑफिस है। वहीं पर ठेकेदार द्वारा व्यापक स्तर पर भर्रेशाही बरती गई है।
दरार को छिपाने डामर का लेप
यहां पर गुणवत्ता से अधिकारियों ने पहले ही समझौता कर लिया था। करीब पांच माह पहले जब पिपरौंध के समीप पुल बनकर तैयार हुआ और ऊपर से वाहन गुजरे तो सीसी सडक़ में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई। उस समय निर्माण कार्य चल रहा था, जिसके चलते इस मामले में अधिक शोर-शराबा नहीं हुआ। बचने के लिए बीच का रास्ता ठेकेदार और विभाग के अफसरों ने अपनाया। सीसी रोड के ऊपर एक डामर की परत बिछा दी गई। जिससे अधिकारियों की कारगुजारी डामर की काले रंग की तरह छिपी रही। इसके बावजूद यह सच्चाई अधिक दिन तक नहीं छिप सकी।
सहम जाते हैं चालक
पुल के ऊपर पहुंचने के बाद दरार देखते ही चालक सहम जाते हैं। मार्ग में इतनी चौड़ी दरार पड़ चुकी है कि यदि एक बार इस दरार में दोपहिया वाहन का टायर चला जाए, तो फिर सावधानी से ही दरार से वाहन निकालना पड़ता है, जरा सी भी लापरवाही वाहन चालकों को अस्पताल पहुंचा सकती है। सबसे अधिक खतरा रात में और उन वाहन चालकों पर मंडरा रहा है, जो भारी-भरकम टैक्स चुकाने के बीच भी खतरों के बीच सफर करने को मजबूर हैं।
इनका कहना है
पिपरौंध के समीप एप्रोच मार्ग में इस तरह की स्थिति निर्मित हुई थी। जिसका सुधार कार्य कराया गया है, पुल के ऊपर मार्ग में दरार पडऩे की जानकारी फिलहाल नहीं है।
- सोमेश बाझल, प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर एनएच, कार्यालय कटनी
 

Created On :   11 Sept 2019 2:20 PM IST

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