बांधवगढ़ में बढ़ेगा बाघ का कुनबा, 80 पार जा सकती है संख्या

Bandhavgarh Tiger Reserve will increase the number of tigers
बांधवगढ़ में बढ़ेगा बाघ का कुनबा, 80 पार जा सकती है संख्या
बांधवगढ़ में बढ़ेगा बाघ का कुनबा, 80 पार जा सकती है संख्या

डिजिटल डेस्क उमरिया । बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में साल 2018 की शुरूआत से बाघों की गणना शुरू हो रही है। जवानी की देहलीज पर खड़े दो वर्षीय 20-25 नये वयस्क शावक कुनबा बढ़ाने के लिए तैयार हैं। पहली बार संरक्षित क्षेत्रों के अलावा सामान्य वन मण्डल के बाघ भी गिने जायेंगे। इस लिहाज से वन्य जीव प्रेमी इस बार बाघ संख्या 80 के पार जाने की संभावना जता रहे हैं। हालांकि शहडोल-घुनघुटी क्षेत्र में मृत चार बाघ तथा बांधवगढ़ में मादा व शावकों की मौत उम्मीदों को करारा झटका भी दे सकते हैं।
बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व प्रबंधन अनुसार 20 दिसंबर से वनकर्मियों का प्रशिक्षण शुरू हो रहा है। जनवरी के प्रथम दो सप्ताह होने वाली गणना में पहले चरण के दौरान कैमरा ट्रेप पद्धति अपनाई जायेगी। फरवरी में पगमार्क और स्क्रैच के माध्यम से टैरेटरी तय होगी। बीटगार्ड, चौकीदार से लेकर शीर्ष स्तर के लोग शामिल होंगे।  कोर एरिया में ट्रैप कैमरे लगाये जायेंगे। पहले पेरीफेरल एरिया, फिर कोर व बफर में जीपीएस लोकेशन के साथ गणना होगी।
सामान्य में पांच, बीटीआर में 7 मरे
बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व तथा सामान्य वन मण्डल में इस साल 12 बाघ मारे जा चुके हैं। घुनघुटी-शहडोल वन मण्डल में चार (25 नवंबर को कल्याणपुर में नर बाघ, गोहपारू में तेंदुआ, तीन नवंबर को घुनघुटी, 11-12 को घुनघुटी मालाचुआ में मादा व शावक मर चुके हैं।) बाघ व तेंदुए मरे हैं। वहीं टाईगर रिजर्व प्रबंधन अनुसार इस तीन वयस्क तथा चार शावक के साथ सात मौतें दर्ज हुई हैं। उल्लेखनीय है कि 2014 की गणना अनुसार बांधवगढ़ में 65 बाघ हैं। वहीं मध्यप्रदेश में 308 बाघ हैं जबकि कर्नाटक 700 से ज्यादा बाघों के साथ पहले पायदान पर टाईगर स्टेट के रूप में बना हुआ है।
खास-खास
बाघों की संख्या    65
शावक             25
ग्रासलैण्ड         7.5 फीसदी
रेंज               9
कोर एरिया   716.90 वर्ग किमी.
बफर        820.03
क्षेत्रफल     1598.10 वर्ग किमी.
(एनटीसीए के अनुसार)
इनका कहना है
ऊपर से निर्देश मिलते ही प्रशिक्षण उपरांत जनवरी में गणना प्रारंभ होगी। बाघ की संख्या 65 से निश्चित ही 70 से अधिक जा सकती है। तीन चरण में अलग-अलग पद्धति से बाघ गिने जायेंगे।
मृदुल पाठक, डायरेक्टर बांधगवढ़ उमरिया।

 

Created On :   18 Dec 2017 1:09 PM IST

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