NGT के प्रतिबंध का उल्लंघन, हवा में जहर घोल रहे ईंट भट्टे

brick kiln ban by NGT in narsinghpur MP
NGT के प्रतिबंध का उल्लंघन, हवा में जहर घोल रहे ईंट भट्टे
NGT के प्रतिबंध का उल्लंघन, हवा में जहर घोल रहे ईंट भट्टे

डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर। एनजीटी के निर्देशानुसार घनी आबादी क्षेत्र में ईट भट्टों पर प्रतिबंधित है। इसके बावजूद समीपस्थ ग्राम आमगांव सहित कई ग्रामों में आज भी सड़क किनारे और घनी आबादी में सैकड़ों ईंट भटटे गांव की शुद्ध हवा में जहर घोल रहे है। जिससे वातावरण तो प्रदूषित हो ही रहा है साथ ही लोगों को श्वास संबंधी परेशानियां बढ़ रही है।
नहीं हो रही कार्यवाही
करेली के समीपस्थ ग्राम आमंगाव, नयाखेडा, बासादेही, सुआतला, बीकोर, कठौतियां सहित दर्जनों ग्रामों में खुलेआम अवैध रुप से ईंट भटटे संचालित हो रहे है। जिनमें से ज्यादातर भटटे तो शासकीय भूमि पर लगाये गये है जिम्मेदारों की मिलीभगत के चलते इर्न ईंट भटटों पर न तो प्रशासनिक कार्यवाही होती है और न ही संबंधित ग्राम पंचायत कोई ध्यान देती है।
स्कूल, अस्पताल के पास सुलग रहे भटटे
आमगांव में तो शासकीय स्कूल और अस्पताल के सामने ही भटटे सुलग रहे है। कार्यवाही के अभाव में इन ईट भटटों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। घनी आबादी के साथ स्कूल में पढऩे वाले बच्चों और अस्पताल के मरीज भी मजबूरन विषैले धुॅए की चपेट में आ रहे है। जबकि नियमानुसार इन भटटों को आबादी से दूर संचालित होना चाहिए।
प्रशासनिक उदासीनता
गत वर्ष राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त कार्यवाही के दौरान क्षेत्र के कुछ ईंट भटटों पर नोटिस की कार्यवाही जरुर हुई थी, जिनमें से कुछ भटटों के मालकों को नोटिस देकर आबादी से दूर भटटे संचालित के लिए कहा गया था। प्रशासनिक उदासीनता और ईंट भटटे मालिकों की हठधर्मिता के चलते ये साल बीतने के बाद लगातार संचालित हो रहे है। एक बार की कार्यवाही के बाद संबंधित विभाग कार्य की इतिश्री कर लेता है।
इनका कहना है
ईंट भट्टे लगाने की अनुमति एक विशेष जाति वर्ग की होती है जिसे शासन द्वारा कुछ छूट दी गई है। इसके अलावा यदि कोई बिना अनुमति के भट्टे चला रहा है तो उसकी जांच करा लेते है।
प्रमोद चतुर्वेदी तहसीलदार करेली

 

Created On :   30 Oct 2017 11:10 AM GMT

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