पूर्व मंत्री के रिसॉर्ट पर चला बुल्डोजर -  बदल दिया था नदी का बहाव 

Bulldozer run at former ministers resort - had changed river flow
 पूर्व मंत्री के रिसॉर्ट पर चला बुल्डोजर -  बदल दिया था नदी का बहाव 
 पूर्व मंत्री के रिसॉर्ट पर चला बुल्डोजर -  बदल दिया था नदी का बहाव 

डिजिटल डेस्क उमरिया। प्रदेश सरकार में उठापटक के बीच शनिवार को बांधवगढ़ स्थित पूर्व मंत्री व भाजपा नेता संजय पाठक के सायना टाईगर रिसोर्ट में प्रशासन ने बुल्डोजर चलाया। सुबह 7.30 बजे से शुरू हुई कार्रवाई में भारी भरकम राजस्व व पुलिस अमला उपस्थित रहा। कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी की उपस्थिति में रिसॉर्ट से लगे दो खसरा नंबर 260, 321 में 2.001 हेक्टेयर अतिक्रमण मिला। इनमे दो गेट, नदी किनारे फेंसिंग, शासकीय जमीन में खेती सहित पक्के निर्माण भी शामिल हैं। सभी को तकरीबन चार घंटे चली कार्रवाई में ध्वस्त किया गया है। इस दौरान हटाने के एवज में शुल्क 55,500 रुपए भी होटल प्रतिनिधि से वसूली गई। जिला प्रशासन की तरफ सात अन्य प्रतिष्ठानों को भी अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी हुए हैं। 
जिला प्रशासन द्वारा की गई यह कार्रवाई गोपनीय व पूरी तैयारी के साथ प्रारंभ हुई। सुबह कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी मानपुर राजस्व अमले के साथ सायना रिसॉर्ट पहुंचे। इस दौरान मानपुर तहसीलदार विनयमूर्ति शर्मा, नायब तहसीलदार वृदेश पांडेय, अनुपम पांडेय, विभिन्न हल्कों के आरआई समेत दो दर्जन से अधिक अफसर शामिल रहे। अतिक्रमण हटाने के लिए दो जेसीबी भी थीं। सुरक्षा व्यवस्था के मुद्देनजर ताला चौकी से एएसआई वीरेन्द्र यादव व बल मौजूद रहा। होटल की तरफ से प्रतिनिधि वीरेन्द्र तिवारी सामने आए। इसके बाद मुख्य गेट से अस्थाई  द्वार, सुरक्षाकर्मियों की हट और फिर फेंसिंग को नेस्तनाबूद करना आरंभ किया गया। राजस्व विभाग की तरफ से नायब तहसीलदार ताला वृंदेश हृदेय पांडेय, इंदवार अनुपम पांडेय, मनोज तिवारी, ताला बरबसपुर, शिवमूर्ति आरआई, पटवारी, बसंत नापित, मनोज मानपुर, कुलदीप, अमित सहित दो दर्जन लोगों ने चारों घूमकर अतिक्रमण का जायजा लिया। 
2 एकड़ 38 डिस. खेत में दौड़ी जेसीबी
राजस्व विभाग की तरफ से बताया गया है कि रिसॉर्ट संचालक को पिछले माह नोटिस जारी किया जा चुका था। मानपुर तहसील में अतिक्रमण के विरुद्ध प्रकरण विचाराधानी था। तहसील न्यायालय से 11 फरवरी को बेदखली नोटिस भेजा गया था। इसमे उल्लेखित किया गया था कि दोनों खसरा नंबर में मौजूद अतिक्रमण को वे स्वत: ही हटा लें। कब्जा न हटने की स्थिति में जिला प्रशासन के नेतृत्व पर यह कार्रवाई प्रारंभ हुई। जैसे ही राजस्व अमले ने पूरे अतिक्रमण का जायजा लिया तो उन्हें दो खसरा नंबर 260, 321 में कब्जा मिला। इस दौरान 260 में गेट, पक्के निर्माण शामिल थे। साथ ही 321 खसरे में 2 एकड़ 38 डिसमिल रकबे में फसल लगाकर कब्जा पाया गया। दल की तरफ से निर्माण को ध्वस्त किया गया। फिर खेत में खड़ी फसल व फेंसिंग पर जेसीबी चलवा दी गई। 
मोड़ दी गई नदी की धारा
अतिक्रमण किस हद तक था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरे कैम्पस में कार्रवाई के दौरान तकरीबन चार घंटे लग गए। इस दौरान भीतर जंगल से लगे इलाके में जैसे ही अमला चरणगांगा नदी के छोर में पहुंचा तो उनकी आंखे ही फटी रह गईं। समीप से जंगल में गुजरी चरणगंगा नदी के एक हिस्से में फेंसिंग कर दी गई थी। फिर सड़क बनाकर रिसॉट का रास्ता बनाते हुए नदी की धार ही बदल दिया गया। अतिक्रमण के साथ ही प्राकृतिक जल स्त्रोत के अस्तित्व पर व्यापक स्तर में छेडख़ानी पाई गई। प्रशासन को मौके पर वन एवं शासकीय भूमि अतिक्रमण के साथ सेंसटिव जोन के नियमों का पालन का उल्लंघन मिला। लिहाजा सभी को एक तरफ से ध्वस्त किया गया।
इनका कहना है -
बांधवगढ़ ताला स्थित दो रिसॉर्ट के विरुद्ध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। इनमे अतिक्रमण के साथ ही सेंसटिव जोन के नियमों का पालन नही किया गया था। इसके अलावा सात अन्य को भी नोटिस जारी हुआ है। लगातार यह कार्रवाई जारी रहेगी।
स्वरोचिष सोमवंशी, कलेक्टर उमरिया।

Created On :   7 March 2020 1:54 PM GMT

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