टेक्नॉलाजी के फेर में उलझी पशुओं की गणना

Calculation of animals entangled in technology, calculating the animals for the first time in a period of 3 months.
टेक्नॉलाजी के फेर में उलझी पशुओं की गणना
टेक्नॉलाजी के फेर में उलझी पशुओं की गणना

डिजिटल डेस्क, कटनी। पशुओं की 20वीं गणना हाइटेक होने जा रही है। इसी फेर में गणना अब तक प्रारंभ भी नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक पांच वर्ष में देश के सभी जिलों में पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग के माध्यम से पशुओं की गणना की जाती है। 19वीं गणना वर्ष 2012 में हुई थी और 20वीं गणना पूर्व वर्षों की भांति 16 जुलाई से प्रारंभ होनी थी। लेकिन नवीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर गणना किए जाने की तैयारियों के चलते करीब एक माह का अतिरिक्त समय बीतने के बावजूद, अब तक गणना प्रारंभ नहीं हो सकी। अब तक जिले में कुल 652896 पशु और 32159 कुक्कुट दर्ज हैं।

69 प्रगणक टेबलेट्स के माध्यम से करेंगे गणना

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में पशुओं की गणना 69 प्रगणकों के द्वारा की जाएगी। जिसमें शहरी क्षेत्र में प्रत्येक 6 हजार पशुओं पर एक और ग्रामीण क्षेत्र मेें 4500 पशुओं पर एक प्रगणक तैनात किया गया है। इस वर्ष टेबलेट्स के द्वारा ऑन लाइन फीडिंग से इसे जोड़कर कराए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रगणकों को टेबलेट्स प्रदान किए जाने हैं। लेकिन अब तक टेबलेट्स न आने की वजह से यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। 

कई मायनों में खास होगी यह गणना

2017 में होने जा रही 20 वीं पशु गणना कई मायनों में पिछली गणनाओं से हटकर और विशेष है। इस बार पहली बार पशुओं की नस्लवार गणना की जाएगी और पिछली गणनाओं के मुकाबले इस वर्ष तीन माह का समय गणना के लिए प्राप्त होगा। जबकि पूर्व में एक माह में गणना पूरी की जाती थी। इसके अलावा पहली बार टेबलेट्स का इस्तेमाल भी गणना में किया जा रहा है। पहली बार ऑनलाइन फीडिंग भी की जाएगी।

 

 

Created On :   13 Aug 2017 11:37 PM IST

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