जागरुकता की कमी से एमपी में बढ़ रही है शिशु मृत्यु दर

child mortality rate is increasing in mp due to lack of awareness
जागरुकता की कमी से एमपी में बढ़ रही है शिशु मृत्यु दर
जागरुकता की कमी से एमपी में बढ़ रही है शिशु मृत्यु दर

डिजिटल डेस्क, भोपाल। जागरुकता की कमी से एमपी में शिशु मृत्यु दर 51 प्रतिशत तक बढ़ी है। वहीं बाल मृत्युदर में पांच वर्ष तक के बच्चों में 65 प्रतिशत तक बढोत्तरी हुई है। यह हालात शासन द्वारा स्वास्थ्य को लेकर चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बावजूद है।

ऐसे में मेडिकल और नर्सिंग के छात्र-छात्राएं नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों में मातृत्व व स्तनपान को लेकर अलख जगा रहे हैं। राजधानी के कोलार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इसी तरह का नाटकीय मंचन गुरुवार को देखने को मिला। यहां कुशाभाऊ ठाकरे नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने एक नाटक का मंचन कर अस्पताल में उपचार के लिए आये मरीजों को शिशु के लिए माता के दूध के महत्व को एक रोचक नाटकीय ढंग से समझाया। गीत-संगीत, दोहे और ग्रामीण परिवेश में माता-पिता और दादा-दादी बने विद्यार्थियों ने शिशु के जन्म से लेकर उसे पांच वर्ष तक के होने तक बच्चे की देखभाल और जन्म के तुरंत बाद से एक वर्ष तक की देखरेख की महत्ता को बखूबी बताया। इस बीच अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञों ने भी बच्चों के साथ नाटक में भाग लिया।

Created On :   3 Aug 2017 8:46 PM IST

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