पर्याप्त पानी से बुंदेलखंड की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी : शिवराज

cm shivraj singh addressed National Drought water Conference in Khajuraho
पर्याप्त पानी से बुंदेलखंड की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी : शिवराज
पर्याप्त पानी से बुंदेलखंड की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी : शिवराज

डिजिटल डेस्क, छत्तरपुर। भीषण सूखे ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। इस संकट से निपटने के लिए पर्यावरण वैज्ञानिक और समाजसेवी से राय लेकर दो माह में सरकार प्रभावी कार्ययोजना तैयार करेगी। शनिवार को खजुराहो में राष्ट्रीय सूखा जल सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुंदेलखंड के तालाबों का सीमांकन कराकर अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने की घोषणा की है। सीएम ने कहा कि बुंदेलखंड में नए तालाबों  और जलसंरक्षण के कारगर उपाय किए जाएंगे। इससे किसानों की फसल को पर्याप्त पानी मिलने बुंदेलखंड की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी। सूखा को पानीदार बनाने के लिए जन चेतना शुरू की जाएगी। जल बायु परिवर्तन और बेमौसम बारिश का काल चक्र किसान समझ नही पा रहे है।प्रदेश के 72 प्रतिशत भूजल के भंडार खाली हो चुके है। ऐसे में किसानों के सामने भीषण आकाल ने दस्तक दे दी है।

प्रकृति के दोहन से बने हालात
मुख्यमंत्री ने माना कि प्रकृति का दोहन और अन्धा धुंध जंगलों के सफाए से सूखे के हालात बने है। सरकार ने भौतिक प्रगति तो की है , लेकिन सूखे से किसानों की मेहनत पानी मे जा रही है। इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गांव-गांव में नए तालाब बनाने के लिए भूमि चिन्हित की जाएगी। जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक नए तालाब, चैक डेम, स्टाप डेम, नाले बनाने के अलावा बोरीबंधान के कार्य भी करवाए जाएगे। उन्होंने कहा कि जीवन का प्राण है जल। इसलिए जल संरक्षण के लिए जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर जलपुरुष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में नीर, नारी और नदी का पूर्ण सम्मान है।

सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि बुन्देलखंड क्षेत्र में वर्षा की स्थिति पर सूखती नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएंगे। गरमी के मौसम में पूरे बुन्देलखंड क्षेत्र में जल संरक्षण के कार्य और वर्षाकाल में अधिक से अधिक पौधरोपण के कार्य कराए जाएंगे। 

Created On :   2 Dec 2017 11:42 PM IST

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