खनन माफियाओं पर दैनिक भास्कर का खुलासा, खनिज विभाग में हड़कंप

Dainik Bhaskar news effect on mining mafia in katni MP
खनन माफियाओं पर दैनिक भास्कर का खुलासा, खनिज विभाग में हड़कंप
खनन माफियाओं पर दैनिक भास्कर का खुलासा, खनिज विभाग में हड़कंप

डिजिटल डेस्क, कटनी। विजयराघवगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम धौरा में अवैध खनन के मामले का दैनिक भास्कर द्वारा खुलासा करने के बाद खनिज विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। उपसंचालक खनिज ने सचिन लाइम इंडस्ट्रीज के संचालक सचिन गुप्ता से खनन संबंधी रिकार्ड तलब  किए गए हैं। वहीं मैहर सीमेंट को कितनी मात्रा में लेटराइट सप्लाई किया गया है। इसकी भी जानकारी सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन से मांगी गई है।

गौरतलब है कि सचिन लाइम इंडस्ट्रीज को ग्राम धौरा में 5 हेक्टेयर एरिया में लेटराइट खनन की स्वीकृति प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा दी गई थी जिसमें 1749 टन लेटराइट खनन ओपन कास्ट मेन्युअल मैथड की अनुमति मिली हुई थी। इसके विपरीत यहां पर 8 हजार टन लेटराइट का खनन कर निशांत इंटरप्राइजेज कटनी द्वारा मैहर सीमेंट में सप्लाई कर दी गई। इस बात की पुष्टि निशांत इंटरप्राइजेज के प्रो. दीपक होतवानी द्वारा स्वयं उपसंचालक को लिखे पत्र में की गई है। जिसमें रायल्टी चालान की कापी मांगी गई थी। मैहर सीमेंट प्रबंधन ने रायल्टी चालान के अभाव में भुगतान रोक दिया गया है।

नहीं हुआ स्पॉट निरीक्षण
अवैध खनन के मामले का खुलासा होने के एक सप्ताह बाद भी खनिज विभाग की टीम द्वारा अवैध खनन मामले में स्पॉट निरीक्षण नहीं किया गया है। जबकि क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा लगातार इस मामले को लेकर एसडीएम विजयराघवगढ़ एवं खनिज विभाग में शिकायत की जाती रही। अधिकारियों द्वारा इन शिकायतों की अनदेखी क्यों की जाती रही यह एक अहम सवाल है। ग्रामीणों के शिकायत पत्र में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि सचिन गुप्ता द्वारा स्वीकृत खदान एरिया के बाहर लगातार अवैध खनन किया जाता रहा है।

क्या है ग्रामीणों शिकायत
क्षेत्र के ग्रामीणों ने एसडीएम एवं खनिज विभाग को जो शिकायती पत्र दिया था उसके अनुसार सचिन गुप्ता द्वारा खनन कर 40 से 50 मीटर  तक गहरी खाई खोद दी गई है तथा सुरक्षा के कोई इंतेजाम नहीं किए गए हैं। इससे हर समय मवेशियों एवं आम लोगों के लिए खतरा बना रहता है। इसेक अलावा स्वीकृत खदान एरिया से किसानों की कृषि भूमि जुड़ी हुई है जहां पर बल पूर्वक मलबा फेंक दिया गया है इससे किसानों की जीविका भी छिन गई है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि सचिन गुप्ता को खसरा नं. 444/1 रकवा 5 हेक्टेयर खनिज पट्टी स्वीकृत किया गया है, जबकि उसके द्वारा खसरा नं. 653 में खनन किया गया है। लगातार शिकायतों के बाद भी राजस्व टीम और खनिज विभाग की टीम आज दिनांक तक मौका मुआयना करने नहीं पहुंची।

खनिज विभाग के उपसंचालक दीपमाला तिवारी का कहना है कि सचिन लाइम इंडस्ट्रीज के अवैध खनन की शिकायत के मामले में आवश्यक रिकार्ड तलब किए गए हैं। साथ ही मैहर सीमेंट में लेटराइट की कितनी मात्रा में सप्लाई की गई है एवं टीपी की प्रति भी उपलब्ध कराने मैहर सीमेंट फैक्ट्री के प्रबंधन लिखा गया है। जानकारी उपलब्ध होने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

Created On :   15 Sept 2017 11:54 PM IST

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