हाईवे पार कर खेरवाखुर्द में डेरा डाला हाथियों ने - शाम ढलते ही फिर बढ़ा था शहर की तरफ,  तैनात रहे वनकर्मी

Elephants encamped in Kherwakhurd after crossing the highway - towards evening the evening rose
हाईवे पार कर खेरवाखुर्द में डेरा डाला हाथियों ने - शाम ढलते ही फिर बढ़ा था शहर की तरफ,  तैनात रहे वनकर्मी
हाईवे पार कर खेरवाखुर्द में डेरा डाला हाथियों ने - शाम ढलते ही फिर बढ़ा था शहर की तरफ,  तैनात रहे वनकर्मी

डिजिटल डेस्क उमरिया । शहरी आबादी में हाथियों का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। जंगली हाथियों का दल दूसरे दिन भी शहर के नजदीक खेरवा गांव में डटा रहा। जंगलों के बीच नदी के आसपास इन्हें विश्राम की मुद्रा में देखा गया। सोमवार की रात करीब 4 बजे वन विभाग की टीम इन्हें बिलाईकाप से बड़ेरी होते खेरवा की तरफ मूव करवा पाई। दिन निकलते ही फिर यह झुंड जंगल में ठहरा रहा। इनकी संख्या 20-25 बताई जा रही है।
तखतपुर से सरसवाही पहुंच मार्ग में एक दल देखा गया। रास्ते में ही इनकी चहल कदमी  हो रही थी। दोपहर तक इस दौरान गांव में सुरक्षा के लिए कोई नहीं तैनात था। इसके बाद फिर कुछ समय बाद कछरवार व खेरवाखुर्द गांव के जंगलों में भी हाथी देखे गए। देर शाम सामान्य वन मंडल से एसडीओ आरएन द्विवेदी रेंज की टीम के साथ मोर्चे पर पहुंचे। ग्रामीणों के साथ यथा स्थिति को समझते हुए बचाव में जुट गए। सोमवार को शाम करीब सात बजे से हाथियों का दल सक्रिय हुआ। महिमार के नाले से 9-10 की संख्या में झुंड बिलाईकाप की तरफ बढ़ा। बस्ती के नजदीक आते ही तेज आवाज व मशालें  जलाना शुरू कर दिया। वहां लौटते हुए बड़ेरी, सेवई की तरफ आगे बढ़ा। इस दौरान रास्ते में पडऩे वाले खेतों की फसल को चट करते रहे।
इनका कहना है
रात में हमारे रेंजर अपनी टीम व बांधवगढ़ रेस्क्यू दल के साथ चार बजे तक तैनात रहा। खेरवा व महिमार की तरफ दल मूव करने के बाद लौटा है। शाम को मैं खुद मूवमेंट वाले एरिया में पहुंचा हूं।
आरएन द्विवेदी, एसडीओ उमरिया
 

Created On :   30 Sept 2020 3:25 PM IST

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