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किसानों ने जलाई पैसेवारी के रिपोर्ट की होली, राजस्व विभाग ने तैयार की थी रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, वर्धा. जिले के किसान व सरपंचों ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज के स्मृति स्थल मोझरी जाकर राजस्व विभाग द्वारा तैयार कर सरकार को भेजी गई पैसेवारी की रिपोर्ट की होली जलाई। किसानों का कहना था कि खरीफ मौसम में फसल का भारी नुकसान होने के बावजूद राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने 60 से 65 पैसे की अनुमानित पैसेवारी निकालकर सर्वत्र आबादी होने की रिपोर्ट सरकार को भेजी है। यह रिपोर्ट पूरी तरह गलत है। फसल के पैसेवारी निकालने का अधिकार ग्राम पैसेवारी समिति को है। सरपंच, अध्यक्ष, सेवा सहकारी संस्था, पदसिद्ध व 3 किसान सदस्य एेसे 5 किसान प्रतिनिधि वाली समिति के बहुमत से पैसेवारी तय की जाए, इस राजस्व नियम को भंग कर अकाल की सुविधा मिलने के लिए 50 पैसे से कम की पैसेवारी होना आवश्यक है। किसानों को अकाल की सुविधा देने के लिए सरकार के पैसे खर्च नहीं हो, तथा संबंधित मंत्री भी ज्यादा पैसेवारी निकालने के सूचना अधिकारियों को देते हैं। इस कारण अधिकारी भी ज्यादा पैसेवारी निकालते हैं। पैसेवारी निकालने के नियम व पद्धति की संपूर्ण जानकारी किसानों को प्रथम देना आवश्यक होने पर भी किसानों की अज्ञानता का दुरुपयोग कर राजस्व अधिकारी किसानों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। इस धोखाधड़ी का शेतकरी बचाओ आंदोलन की ओर से निषेध किया गया। विशेष बात यानी उपमुख्यमंत्री, वित्तमंत्री तथा पांच जिलों के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस विदर्भ के होने पर भी ऐसी पैसेवारी निकालना योग्य नहीं है। जिले में अतिवृष्टि के कारण फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान होने पर भी राजस्व अधिकारियों ने किस आधार पर ऐसी रिपोर्ट बनाई है, यह सवाल भी किसानों ने पूछा है। इस समय सरकार से मांग की गई कि तत्काल केवल जिले में अकाल घोषित न कर किसानों की बकाया वसूली रोकें और सभी किसानों के लिए सभी सुविधाएं घोषित की जाए । यही नहीं प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों के हुए नुकसान की भरपाई दी जाए, अन्यथा किसानों की बलि लेने वाली सरकार का विरोध करने के लिए किसानों ने सड़क पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। इस समय मोझरी के सरपंच सुरेंद्र भिवगडे धोत्रा के सरपंच भूषण गाठे, पूर्व सरपंच नरेंद्र काकडे ने रिपोर्ट की होली जलाई। आंदोलन मेंे सदानंद आखरे, शरद महल्ले, किसान बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष निखिल काकडे, मोझरी के महादेवराव कांडलकर, संयोजक भाई रजनीकांत, प्रेमानंद कांडलकर, प्रभाकर खारकाटे सहित वर्धा िजले के अनेक किसान उपस्थित थे।
Created On :   27 Oct 2022 7:01 PM IST