किसी भी हालत में हाईकोर्ट का विखंडन मंजूर नहीं , मुख्य पीठ से 6 जिलों को अलग करने का विरोध

Fragmentation of the hc is not acceptable, opposition to the separation of six districts from the main bench
 किसी भी हालत में हाईकोर्ट का विखंडन मंजूर नहीं , मुख्य पीठ से 6 जिलों को अलग करने का विरोध
 किसी भी हालत में हाईकोर्ट का विखंडन मंजूर नहीं , मुख्य पीठ से 6 जिलों को अलग करने का विरोध

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। हाईकोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर से 6 जिलों को अलग किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, हाईकोर्ट एड्वोकेटस बार एसोसिएशन और जिला बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में चेतावनी दी गई कि किसी भी हालत में हाईकोर्ट का विखंडन मंजूर नहीं किया जाएगा। इस संबंध में शनिवार 31 अगस्त को अधिवक्ता संघों द्वारा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल से चर्चा की जाएगी।

रजिस्ट्रार जनरल को एक पत्र भेजा 

शुक्रवार शाम आयोजित संयुक्त बैठक में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमन पटेल ने बताया कि विधि एवं विधायी विभाग के अतिरिक्त सचिव ने रजिस्ट्रार जनरल को एक पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया कि हाईकोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर के अंतर्गत आने वाले हरदा, हरसूद, खंडवा, बुरहानपुर, आष्टा और सीहोर को अलग कर हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि 6 जिलों को अलग करना विखंडन के समान है। इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परितोष त्रिवेदी ने कहा कि मुख्य पीठ जबलपुर से 6 जिलों को अलग करने का पुरजोर विरोध किया जाएगा। जिला बार एसोसिएशन के सचिव राजेश तिवारी ने कहा कि इस मामले में वकील आंदोलन के लिए तैयार है। बैठक में तय किया गया कि इस संबंध में 31 अगस्त को रजिस्ट्रार जनरल से चर्चा की जाए। इसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के शंभूदयाल गुप्ता, पंकज तिवारी, ओपी अग्निहोत्री, प्रमेन्द्र सेन, योगेश सोनी, मनोज कुमार रजक, अजितेश तिवारी, प्रियंका मिश्रा, यश सोनी, संगीता नायडू और अजय शुक्ला मौजूद थे। जिला बार एसोसिएशन से उपाध्यक्ष एचआर नायडू, मंजू सिंह, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, अमित साहू, ज्योति कुरील, मनोज शिवहरे और संगीता शर्मा मौजूद थे। 

जबलपुर की अस्मिता से खिलवाड़ 

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव मनीष तिवारी ने दूरभाष पर कहा कि हाईकोर्ट की मुख्य पीठ से 6 जिलों को अलग करना जबलपुर की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है। इस साजिश को किसी भी हालत पर कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

पत्र जलाकर किया विरोध 

युवा अधिवक्ता मोर्चा ने शुक्रवार दोपहर तहसीली चौक में अतिरिक्त सचिव द्वारा 6 जिलों को मुख्य पीठ से अलग किए जाने के संबंध में भेजे गए पत्र की प्रति जलाकर विरोध किया। इस मौके पर विवेक शर्मा, सीएम तिवारी, प्रियंका मिश्रा, विवेक पांडेय और विवेक लखेरा मौजूद थे। 

हाईकोर्ट को कमजोर करने की साजिश 

स्टेट जूनियर्स लायर्स एसोसिएशन ने कहा कि मुख्य पीठ से 6 जिलों को अलग करने हाईकोर्ट को कमजोर करने की साजिश है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुंद पांडेय, रविन्द्र दत्त, विनय पांडे और श्रवण पांडे ने कहा है कि इस साजिश का विरोध किया जाएगा। 

बार एसोसिएशन को समर्थन 

नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने शुक्रवार को बैठक आयोजित कहा कि किसी भी कीमत पर हाईकोर्ट का विखंडन स्वीकार नहीं किया जाएगा। मंच ने कहा कि हाईकोर्ट का कद घटाने का मामला केवल वकीलों नहीं बल्कि पूरे जबलपुर की अस्मिता का सवाल है। उपभोक्ता मंच ने इस मामले में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को समर्थन दिया है। बैठक में डॉ. पीजी नाजपांडे, डॉ. एबी श्रीवास्तव, डॉ. एमए खान और अनिल पचौरी मौजूद थे।
 

Created On :   31 Aug 2019 7:26 AM GMT

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