आटा गूंथने के लिए पानी नहीं तो खाओ दाल-चावल, हॉस्टलर्स छात्राएं परेशान

Gets thin pulses and rice, not given to roti in food FOR  girls
आटा गूंथने के लिए पानी नहीं तो खाओ दाल-चावल, हॉस्टलर्स छात्राएं परेशान
आटा गूंथने के लिए पानी नहीं तो खाओ दाल-चावल, हॉस्टलर्स छात्राएं परेशान

डिजिटल डेस्क, डिण्डौरी। अमरपुर विकासखण्ड के ग्राम निघोरी में कस्तूरबा गर्ल्स हॉस्टलर्स स्टूडेंट्स को कई माह से भोजन में रोटियां नहीं दी जा रहीं  हैं। इसका जो कारण भोजन देने वाले समूह ने बताया है वह घोर आश्चर्यजनक है।

संबंधित समूह के द्वारा बताया गया कि जहां सब्जी महंगी होने के कारण सब्जी बनाना मुश्किल हो गया है, वहीं निघोरी में पानी की समस्या के कारण स्टूडेंट्स को रोटी नहीं दी जा रही है। पानी न मिलने के कारण आटा को गूथे जाने में भी परेशानी होती है। ऐसे हालात में सिर्फ दाल और चावल बनाकर उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है। दिए जा रहे भोजन में अनियमितताएं सामने आने पर सभापति शिक्षा समिति द्वारा रिपोर्ट तैयार कर बीईओ और आरसी को प्रेषित की गई है।

इस संबंध में जनशिक्षकों ने जानकारी दी है कि हॉस्टलर्स समस्याओं से अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है। बताया जाता है कि हॉस्टल में 100 स्टूडेंट्स की संख्या दर्ज है, लेकिन वर्तमान स्थितियों में यहां पर सिर्फ 84 छात्राएं ही उपस्थित हो रही है। हॉस्टल में गहराई समस्या को लेकर शिक्षा समिति सभापति ने रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को सौपी है और मांग की है कि शासन द्वारा निर्देशित मीनू मापदण्ड के अनुसार स्टूडेंट्स को भोजन दिया जाए। यहां जो भोज्य पदार्थ की सूची हॉस्टल में है, उसके अनुसार दोपहर के भोजन के रूप में रोटी, कड़ी, सब्जी और दाल चावल दिया जाना चाहिए। वहीं रात्रि भोजन में चटनी, रोटी, मूंग दाल आदि देना होगा, लेकिन यहां सिर्फ दाल-चावल ही परोसा जा रहा है। 

 

Created On :   23 Aug 2017 1:49 PM GMT

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