62 लाख की खरीदी में स्वास्थ्य विभाग का गड़बड़झाला -पीएस ने जिला प्रशासन ने प्रतिवेदन मांगा 

Health Departments mess in the purchase of 62 lakhs - PS sought the report by the district administration
62 लाख की खरीदी में स्वास्थ्य विभाग का गड़बड़झाला -पीएस ने जिला प्रशासन ने प्रतिवेदन मांगा 
62 लाख की खरीदी में स्वास्थ्य विभाग का गड़बड़झाला -पीएस ने जिला प्रशासन ने प्रतिवेदन मांगा 

डिजिटल डेस्क कटनी । जिला खनिज मद से 62 लाख की खरीदी में स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारी सीएम और पीएस तक पहुंच गई। ट्वीटर के माध्यम से दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर को सीएम तक पहुंचाया गया तो स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव तक शिकायत पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप का सहारा लिया गया। जानकारी लगते ही पीएस ने जिला प्रशासन ने प्रतिवेदन मांगा। जिसके बाद अधिकारियों के हाथ-पैर फूलने लगे। इसकी गंूज स्वास्थ्य विभाग तक पहुंची। एक तरफ कैमोर के संदिग्ध मरीजों का कोरोना रिजल्ट निगेटिव आने से स्वास्थ्य विभाग राहत में रहा तो दूसरी तरफ पीएस के प्रतिवेदन मांगने पर अफसरों के माथे में चिंता की लकीरें दिखाई दे रही थीं।
यह रहा पूरा मामला
इस संबंध में बताया जाता है कि स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए सीएमएचओ कार्यालय को 1 करोड़ 20 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। इसमें से करीब 62 लाख की खरीदी कागजों में कर ली गई। भुगतान के लिए जब प्रशासनिक अधिकारी को फाइल भेजी गई, तब उन्होंने इसकी जांच एकाउंट शाखा से कराई। क्रय नियमों का पालन नहीं किए जाने पर अधिकारी ने आपत्ति जताई और अपना प्रतिवेदन उच्चाधिकारी को भेज दिया।
क्रय नियमों का उल्लंघन
चहेते सप्लायरों को फायदा पहुंचाने के लिए क्रय नियमों का उल्लंघन सीएमएचओ कार्यालय द्वारा किया गया। इतना ही नहीं जिले के जिस बड़े अधिकारी को एक्शन लिया जाना था। उन्होंने इस मामले में चुप्पी साध ली। जिसके चलते लाखों रुपए की खरीदी के बावजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए एन-95 जैसे मॉस्क नहीं पहुंचे और न ही उन्हें सेनेटाईजर दिया गया।
अफसर अलाप रहे 55 लाख
डीएमएफ मद में खरीदी को लेकर सीएमएचओ के पास तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं है। इन्होंने इतना जरुर कहा कि 53 लाख रुपए की राशि नहीं मिल पाई है। सत्ता परिवर्तन के कारण जिला योजना समिति की बैठक नहीं हुई। जिसके कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हुई है। पुरानी खरीदी को लेकर सीएमएचओ फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं।
 

Created On :   9 April 2020 10:22 AM GMT

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