बीमार सिस्टम के भरोसे होम आइसोलेट कोरोना मरीजों का हो रहा इलाज

Home isolate corona patients being treated due to sick system
 बीमार सिस्टम के भरोसे होम आइसोलेट कोरोना मरीजों का हो रहा इलाज
 बीमार सिस्टम के भरोसे होम आइसोलेट कोरोना मरीजों का हो रहा इलाज

एक बार दवा देने के बाद मुंह मोड़ लेते हैं अफसर, मापदण्डों का नहीं हो रहा पालन
डिजिटल डेस्क कटनी ।
कोरोना के बढ़ते मरीजों के लिए अस्पतालों में कम जगह पड़ी तो होम आइसोलेशन की सुविधा प्रारंभ की गई। यह सुविधा अब निगेटिव सिस्टम का शिकार होकर रह गई है। जिले में करीब 125 पॉजिटव मरीज होम आइसोलेटड हैं। जिन्हें न तो समय पर दवा मिल पा रही है और न ही डॉक्टरी सलाह। बरही में चालीस वर्षीय युवा पिछले दस दिन से होम आईसोलेट है। युवक ने बताया कि एक बार भी उसकी तबियत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नहीं पूछी। यह कहानी किसी एक मरीज के साथ नहीं है, बल्कि अन्य मरीजों का इलाज भी घर में भगवान भरोसे हो रहा है। कोरोना संक्रमण गांवों में कहर बरपा रहा है। गांवों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए होम आइसोलेशन और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाया गया है। जिसमें होम आइसोलेशन की सुविधा सिसकारी ले रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी कहर
बुधवार को आईसीएमआर लैब जबलपुर से 160 सैम्पल की रिपोर्ट में 16 पॉजिटिव ग्रामीण क्षेत्रों के थे। बीते दस दिन में ही ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना मरीजों का आंकड़ा शतक को पार कर चुका है। वह भी तब जब जिले में औसत से कम सैम्पलिंग हो रही है। बुधवार को वहीं रैपिट एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट राहत भरी रही। 195 सैम्पल में केवल दो पॉजिटिव आए और 193 की रिपोर्ट निगेटिव रही। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1251 हो गई है। इनमें से 50 प्रतिशत के ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। गांवों में
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों को भी कोविड सेंटर बनाया गया है।
इन क्षेत्रों में मिल पॉजिटिव मरीज
रैपिट एंटीजन टेस्ट में जिला अस्पताल के संदिग्ध वार्ड में भर्ती 48 वर्षीय महिला, रोशन नगर निवासी 63 वर्षीय बुर्जुग की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आईसीएमआर से आई रिपोर्ट में 11 कोरोना मरीज कन्हवारा क्षेत्र में मिले हैं। इनमें कन्हवारा निवासी 25, 23 वर्षीय युवक, 16 वर्षीय किशोर एवं 58 वर्षीय महिला, डिडवारा कन्हवारा निवासी 70 व 62 वर्षीय बुजुर्ग, 60 वर्षीय महिला, पडख़ुरी कन्हवारा निवासी  65 वर्षीय बुजुर्ग व 20 वर्षीय युवती, जोबा कन्हवारा निवासी 23 वर्षीय युवती, सगोड़ी निवासी 48
वर्षीय पुरुष, परेबा रीठी निवासी 45 वर्षीय पुरुष, बिलहरी निवासी 40 वर्षीय महिला, कैमोर निवासी 25 वर्षीय युवक एवं 54 वर्षीय पुरुष हैं।
अब तक 16 मौतें, शव ले जाने नहीं है वाहन
जिले में कोरोना से अब तक अधिकृत रुप से 16 मौतें हो चुकी हैं। एक सप्ताह के भीतर जिला अस्पताल में ही तीन महिलाएं दम तोड़ चुकी हैं लेकिन कोरोना संक्रमित शवों मुक्तिधाम तक पहुंचाने शासकीय स्तर पर शव वाहन की व्यवस्था नहीं है। असुरक्षित तरीके से शवों को मुक्तिधाम तक पहुंचाने संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। मंगलवार को माधवशाह अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला की मौत के बाद वाहन के इंतजार में छह घंटे तक शव अस्पताल में ही पड़ा रहा। बाद में एमएसडब्ल्यू के वाहन से शव को मुक्तिधाम तक पहुंचाया गया। प्रभारी सीएमएचओ डॉ.आर.बी.सिंह ने इस कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि कोरोना से होने वाली मौतों पर शवों को मुक्तिधाम तक भेजने की व्यवस्था कराने के प्रयास किए जाएंगे।
 

Created On :   1 Oct 2020 3:26 PM IST

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