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मानव अधिकार आयोग ने पुराने आयोग मित्रों से त्यागपत्र लेकर नए मित्र बनाना शुरु किया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र राज्य मानव अधिकार आयोग ने वर्ष 2013 में नियुक्त किए गए आयोग मित्रों से त्याग-पत्र लेकर नए आयोग मित्र बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। यही नहीं उसने नियमों में संशोधन कर आयोग मित्रों की संख्या एवं कार्यकाल बढ़ाने का अधिकार भी ले लिया है। यह कार्यवाही ठीक विधानसभा आम चुनावों के पहले की जा रही है।
ज्ञातव्य है कि 23 मार्च, 2006 को आयोग ने आयोग के कार्यों के विस्तार एवं उसे सुचारु रुप से संचालित करने तथा पीड़ितों को कानूनी जानकारी देने एवं उनकी मानव अधिकार हनन संबंधी शिकायतें आयोग तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिला में आयोग मित्रों की नियुक्ति हेतु स्कीम प्रारंभ की थी और इसके नियम बनाए थे। इन आयोग मित्रों को कोई वेतन या पारिश्रमिक नहीं दिया जाता है। बस उन्हें मानव अधिकारों और कर्तव्य संबंधी विविध विषयों पर संगोष्ठियां, कार्यशालाएं, सभाएं एवं सम्मेलन आयोजित करने और साहित्य प्रदान करने के लिए वित्तीय मदद दी जाती है।
अब आयोग ने वर्ष 2013 में विभिन्न जिलों जो आयोग मित्र बनाए गए थे उनसे अब त्याग-पत्र लेना प्रारंभ कर नए आयोग मित्र बनाया जा रहा है। आयोग मित्रों की नियुक्ति सीधे जिलों में जाकर चिन्हित लोगों के बायोडाटा लेकर की जा रही है। इन नियुक्तियों के लिए आयोग ने अपनी वर्ष 2006 की स्कीम के नियमों में बारह साल बाद संशोधन भी किया है। पहले प्रावधान था कि आयोग महानगरों में न्यूनतम 5 और अधिकतम 11, नगरों में न्यूनतम 3 एवं अधिकतम 5, जिला मुख्यालयों में न्यूनतम 2 एवं अधिकतम 5 तथा तहसील मुख्यालयों एवं ग्रामों में न्यूनतम 1 एवं अधिकतम 3 आयोग मित्र बना सकेंगे। लेकिन अब नया प्रावधान कर दिया गया है कि आयोग उक्त स्थानों पर आयोग मित्रों की न्यूनतम एवं अधिकतम संख्या कम या बढ़ाने के लिए सक्षम होगा।
इसी प्रकार पहले प्रावधान था कि आयोग मित्र का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा और विशेष परिस्थितियों में यह अवधि दो वर्ष के लिए बढ़ाई जाएगी। लेकिन अब नया प्रावधान किया गया है कि उपरोक्त प्रावधान शिथिल कर आयोग आयोग मित्रों की संख्या में एक साल की और वृध्दि कर सकेगा।
इनका कहना है :
‘‘पुराने आयोग मित्रों से इस्तीफा ले लिया गया है और मुझे और एक अन्य को नियुक्त किया गया है। आगे क्या काम करना है, इसके बारे में अब आयोग के निर्देशों का इंतजार है। पूरे प्रदेश में ही यह परिवर्तन चल रहा है।’’
- दिनेश जोसफ, आयोग मित्र, बैतूल
Created On :   4 Sept 2018 3:47 PM IST