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खटाई में पड़ी खाद्य विभाग के घोटोलों की जांच, गठित किया जा चुका है जांच दल
डिजिटल डेस्क कटनी । खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में हुए कथित घोटालों का मामला विधानसभा में उठने के बाद विभागीय मंत्री के निर्देश पर जांच दल गठित किया गया। खाद्य मंत्री ने कटनी के आपूर्ति विभाग की 15 माह की जांच कराने के निर्देश दिए थे। मंत्री के निर्देश पर बनी जांच समिति पर कटनी के तत्कालीन कलेक्टर ने वीटो लगा दिया। जिससे जांच ही खटाई में पड़ गई है। तत्कालीन कलेक्टर ने जांच समिति में शामिल एक सहायक आपूर्ति अधिकारी को शामिल करने पर आपत्ति दर्ज कराई है। जांच करने कटनी पहुंचे समिति में शामिल एक सदस्य बैरंग लौट गए, जबकि समिति में शामिल एक अन्य सदस्य ने रुचि ही नहीं ली।
मंत्री के निर्देश पर होना है जांच-
खाद्य मंत्री द्वारा दिए गए निर्देश पर संयुक्त संचालक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने आदेश जारी कर जांच के लिए दो सदस्यीय दल गठित किया था। पत्र में लेख किया गया है कि मंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि कटनी के आपूर्ति कार्यालय की गंभीर शिकायतें ध्यान में लाई गई हैं, तत्काल जांच दल गठित कर पिछले 15 माह की जांच कराई जाए। जांच दल में श्रीमती स्वाती जैन जिला आपूर्ति अधिकारी दमोह एवं संजय खरे सहायक आपूर्ति अधिकारी जबलपुर को शामिल कर एक सप्ताह के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे। 6 फरवरी को जारी संयुक्त संचालक के निर्देश पर डेढ़ माह बाद भी जांच शुरू नहीं हो पाई।
नहीं पहुंची जिला आपूर्ति अधिकारी-
जांच दल में शामिल जिला आपूर्ति अधिकारी दमोह स्वाती जैन को मंगलवार को कटनी आना था, पर वे नहीं पहुंची। जबकि दूसरे सदस्य सहायक आपूर्ति अधिकारी जबलपुर संजय खरे कटनी पहुंच गए लेकिन उन्हे बिना जांच किए ही वापस लौटना पड़ा। जिला आपूर्ति अधिकारी दमोह स्वाती जैन से उनके मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होने कॉल रिसीव नहीं किया।
आदेश हुआ लीक, कलेक्टर ने लगाई आपत्ति-
मंत्री के निर्देश पर संयुक्त संचालक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल द्वारा जारी जांच आदेश को कथित तौर पर लीक करने की चर्चाएं सरगर्म है। यह आदेश कटनी पहुंचते ही तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने जांच पर आपत्ति दर्ज कराई। तत्कालीन कलेक्टर ने आयुक्त खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल को पत्र लिखकर जांच समिति में सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे को शामिल करने पर आपत्ति जताई थी। कलेक्टर ने पत्र में लेख किया था कि सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे जुलाई 2017 तक कटनी में पदस्थ रहे और किसी मामले में उन्हे निलंबित किया गया था। जिससे जांच कार्यवाही की निष्पक्षता की दृष्टि से उचित नहीं है। कलेक्टर ने जिला आपूर्ति अधिकारी दमोह द्वारा 62 माह के दस्तावेज मांगने पर भी आपत्ति जताई है।
इनका कहना है-
पूर्व कलेक्टर ने आयुक्त खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल को पत्र लिखकर जांच दल में शामिल एक सदस्य पर आपत्ति जताई थी। साथ ही के बिन्दु स्पष्ट करने का आग्रह किया था। कलेक्टर के पत्र पर आयुक्त खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल की ओर से कोई निर्देश नहीं मिले हैं। मंगलवार को सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे ने कार्यालय में पहुंचकर दस्तावेज मांगे, जबकि जांच दल में शामिल जिला आपूर्ति अधिकारी दमोह स्वाती जैन नहीं आई थीं। चूंकि मामला कलेक्टर स्तर का है, इसलिए श्री खरे से कलेक्टर से ही सम्पर्क करने का अनुरोध किया गया।
के.एस.भदौरिया
Created On :   28 March 2018 1:54 PM IST