राशन दुकानों में आनेवाले अनाज की बोरियों का वजन कम

Irregularity - Weight loss of grain sacks coming to ration shops
राशन दुकानों में आनेवाले अनाज की बोरियों का वजन कम
अनियमितता राशन दुकानों में आनेवाले अनाज की बोरियों का वजन कम

डिजिटल डेस्क, वर्धा। कोई भी गरीब अनाज से वंचित नही रहे, इस के लिए शासन की ओर से गरीबो के लिए सस्ते दाम में अनाज की आपूर्ति की जाती है। मात्र अनाज के गोदाम से राशन की दुकानो में जाने वाले अनाज के बोरियों में 3 से 4 किलो अनाज कम होने का आरोप राशन दुकानदारो की ओर से किया जा रहा है। इस कारण शासकीय गोदाम से राशन के दुकानो में जाने वाले अनाज के बोरियों के वजन में फरक क्यौ, एसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है। वर्धा तहसील के कुल 144 राशन के दुकानो से गरीबो को अनाज की आपूर्ति की जाती है। मात्र वर्धा के विकास भवन के पिछे स्थित शासकीय अनाज गोदाम से वितरित किए जाने वाले आनाज के बोरियों में 3 से 4 किलो अनाज कम आने की शिकायत अब सामने आने लगी है। इस कारण गोदाम व्यवस्थापक के कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हुआ है। इस ओर वरिष्ठो ने ध्यान देने की अत्यंत आवश्यकता होने की मांग अब राशन दुकानदारो की ओर से की जा रही है। इस के बारे में राशन दुकानदारो ने अनेक बार जिला आपूर्ति अधिकारी, तहसीलदारा की ओर शिकायत किए है। शासकीय गोदाम से राशन के दुकानो में जाने वाला गेहू, चावल आदि अनाज के माल के वहन में काफी फरक होने का अनेक दुकानदारो ने बताया है। 50 किलो वजन की एक बोरी राशन के दुकान में आने के बाद दुकानदार ने इस बोरी का वजन करने पर इस में ३ से ४ किलो अनाज कम होने का पाया जाता है। एसे अनेक बारियो की आपूर्ति राशन के दुकानो में होती है। अनाज कम हाने से अनेक गरीबो को अनाज से वंचित रहना पडता है। इस कारण गरीबो के हक का अनाज बाजार में बिक्री तो नही की जाती है, एसा  संदेह व्यक्त किया जा रहा है।
कुछ दिनो पूर्व तहसीलदार के कक्ष में ई-फसल एप के बारे में मार्गदर्शन के लिए बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में एक राशन के दुकानदार ने तहसीलदार को गोदाम से अनाज कम आने का बताया था। दौरान तहसीलदर ने सिधे उस दुकानदार के दुकान में जाकर बोरी का वजन करने पर यह बात ध्यान में आयी। उन्होने तत्काल शासकीय गोदाम में जाकर जांच करने की जानकारी है। मात्र आगे क्या हुआ यह बात गुलदस्ते में है। जिलाधिकारी ने इस बात पर गौर कर तत्काल जांच के आदेश देने की आवश्यकता निर्माण हुई है। पहले ही राशन के दुकानो से मिलने वाले चावल की खुले बाजार में बिक्री होने की चर्चा जिलेभर में हो रही है। अब शासकीय गोदाम से अनाज के माल में कैची मारी जा रही है।

 कोई भी लिखित शिकायत नहीं

रमेश कोलपे, तहसीलदार के मुताबिक राशन के माल में अनाज कम आने की किसी भी प्रकार की लिखित शिकायत नही आयी है। कुछ दिो पूर्व स्वय शासकीय गोदाम में जाकर अनाज का निरीक्षण किया। उस समय एसा कोई भी प्रकार नही पाया गया।


 अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई तय
 

रमेश बेंडे, जिला आपूर्ति अधिकारी के मुताबिक ऐसा होता हो तो राशन दुकानदारो ने सब से पहले लिखित शिकायत करे, अगर अनाज कम मिलता हो तो इसी के बारे में अपने रजिस्टर में दर्ज करे, अगर अनाज कम मिलता हो तो वितरण कैसे पूरा होता है, यह भी एक प्रश्न है। गोदाम से जाने वाले बोरियो में अनाज का माल कम रहने की संभवना रहती है। मात्र अब तक एसी कोई भी लिखित शिकायत प्राप्त नही हुई है। एसा हो तो संबंधितो ने इस के बारे में लिखित शिकायत करे, एसा पाए जाने पर निश्चित ही कार्रवाई होगी।

Created On :   21 Oct 2021 2:30 PM GMT

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