जगदलपुर : जांच में निगेटिव आने पर ही मिलेगी दशहरा के रस्मों में शामिल होने की अनुमति

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
जगदलपुर : जांच में निगेटिव आने पर ही मिलेगी दशहरा के रस्मों में शामिल होने की अनुमति

डिजिटल डेस्क, जगदलपुर। बस्तर जिले कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने हेतु किये जा रहे सघन सर्वे कार्य के अंतर्गत टेस्टिंग एवम सैंपलिंग कार्य को बेहतर तरीके करने हेतु आज 21 अक्टूबर को कलेक्टर जगदलपुर के आस्था कक्ष में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला कोविड प्रभारी एवम डिप्टी कलेक्टर सुश्री गीता रायस्त एवम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के चौधरी एवं अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे। बैठक में सघन जांच अभियान के कार्य की विस्तृत समीक्षा की गयी। बस्तर दशहरा उत्सव के दौरान विभिन्न रस्मों में शामिल होने के लिए चिन्हित लोगों को जांच के उपरांत उनका कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। बैठक में टेस्टिंग एवम सैम्पलिंग कार्य को बेहतर तरीके से करने तथा कोरोना से सम्बंधित कोई भी लक्षण पाए जाने पर उन्हें तत्काल जरूरी उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए गए। बैठक के बताया गया कि इस कार्य को बेहतर तरीके से करने मोबाइल टीम गठित करने के अलावा वार्ड कार्यालय भी खोला गया है, जिससे लोगों को जांच कराने में सुविधा मिल सके। जांच कराने के लिए आने वाले लोगों को ओपीडी पर्ची भी दी जाएगी। इसमें एंटीजन टेस्ट का रिपोर्ट भी दर्शाना होगा। वार्डो में जांच शिविर लगाने से पहले इसकी मुनादी एवं समुचित प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा निर्धारित रुट चार्ट के आधार पर नियमित रूप से सभी वार्डो में शिविर लगाने को कहा गया। क्रमांक/988/चन्द्रेश समाचार मलेरिया प्रचार रथ रवाना ऽबस्तर जिले के 100 गांवों में होगी डेंगू एवं मलेरिया की जांच जगदलपुर, 21 अक्टूबर 2020/मलेरिया प्रचार रथ को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इंद्रजीत चंद्रवाल द्वारा मंगलवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आरके चतुर्वेदी, एम्बेड प्रोजेक्ट के जिला समन्वयक श्री अवधेश सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। स्वास्थ्य विभाग एवं फेमिली हेल्थ इंडिया द्वारा बस्तर और कोंडागांव जिले के 100-100 मलेरिया प्रभावित गांवों में मलेरिया उन्मूलन के लिए संयुक्त रुप से कार्य किया जा रहा है। इसके तहत मलेरिया से बचने के उपाय, उपचार, जनजागृति एवं समय-समय पर मलेरिया की जांच कर उनको मौलिक उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। मच्छरों से बचाव हेतु घर घर जाकर ग्रामीणों को सलाह दी जा रही है। इसी कड़ी में आज मलेरिया रथ को मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए रवाना किया गया। इसके माध्यम से मलेरिया से बचाव, ईलाज कब और कहां, बुखार आने पर 24 घंटे में खून की जांच कराने, मलेरिया का पूरा उपचार लेने, कीटनाशी मच्छरदानी के उपयोगिता, घर के आस पास साफ सफाई रखने, हर 07 दिन में मिट्टी का तेल या जला हुआ तेल डालने आदि विषयों पर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

Created On :   22 Oct 2020 9:29 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story