मूर्तिजापुर में जीनिंग को लगी आग, आसेगांव में जला नीम का पुराना पेड़

Jining caught fire in Murtijapur, old neem tree burnt in Asegaon
मूर्तिजापुर में जीनिंग को लगी आग, आसेगांव में जला नीम का पुराना पेड़
अग्निकांड मूर्तिजापुर में जीनिंग को लगी आग, आसेगांव में जला नीम का पुराना पेड़

डिजिटल डेस्क, मूर्तिजापुर। शहर के समीप भटोरी मार्ग पर स्थित मेसर्स ओम जीनिंग एन्ड प्रोसिंग फैक्टरी में रखे कपास के ढेर में अचानक आग लग गई। जानकारी के अनुसार, कपास के रेचे में गारगोटी का पत्थर आ जाने से घर्षण के कारण कपास ने आग पकड़ ली। ऐसी जानकारी फैक्टरी के संचालक सचिन श्यामसुंदर अग्रवाल ने दी है। यह आग लगभग एक घंटे तक धधकती रही। दोपहर के धूप के कारण आग ने रौद्र रूप दिखाया। मूर्तिजापुर नगर पालिका का दमकल वाहन तथा जीनिंग प्रेसिंग में आग बुझाने के लिए लगाई गई पाइप-लाइन के जरिए पानी मारकर आग को नियंत्रित किया गया। इस अग्निकांड में मूर्तिजापुर के नगर पालिका के कर्मचारियों ने भी आग बुझाने में सहयोग किया। जिससे बड़ी हानि टल गई। सौभाग्य से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। आग में लाखों की सामग्री खाक हो गई है।

पुराने नीम के पेड़ में लगी आग बुझाई

उधर आसेगांव में वृक्षों का जीवित रहना बेहद ज़रुरी है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए रात के दौरान शिवनी तथा नांदगांव के कुछ युवाओं ने आग की चपेट में आए वृक्ष को जलने से बचाने के लिए अथक प्रयास किया । धू-धू कर जल रहे पुराने नीम के पेड़ को जलने से बचाने में सफलता प्राप्त करते हुए इन युवाओं ने इंसानियत का परिचय दिया । सोमवार शाम को शिवनी मार्ग से सटे पुराने बड़े नीम के हरे पेड़ को अचानक आग लग गई । ज़मीन तथा वृक्ष के नीचे से उठते हुए धुएं को देखकर आवागमन करनेवाले राहगीर भी घबराने लगे । इसी दौरान नीम के पेड़ को आग लगने की जानकारी कुछ लोगों को मिली । जिसके बाद पुलिस कर्मी राजू महल्ले, रामेश्वर ठाकरे, पेंटर बापूराव ठाकरे, अरुण भेंडेकर, गणेश भेंडेकर, गोलु वानखडे आदि ने मानवता का संदेश देते हुए आग में झुलस रहे पेड़ को बचाकर जीवनदान दिया । इस पेड़ का निचला हिस्सा 70 प्रतिशत जलने की जानकारी है । इस कारण यह वृक्ष रहेगा या नहीं, कहा नहीं जा सकता । लेकिन मानवता का परिचय देकर युवाओं ने पर्यावरण को लेकर विशेष संदेश देने कार्य किया है ।
 

Created On :   21 April 2022 11:22 AM GMT

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