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जेल में हर मुल्जिम का आपराधिक रिकार्ड रखें, मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का निरीक्षण
डिजिटल डेस्क, उमरिया। मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस नरेंद्र कुमार जैन ने आयोग सदस्य मनोहर ममतानी के साथ उमरिया जिले का दौरा किया। यहां जिला जेल में मैराथन तीन घण्टे तक बारीक निरीक्षण किया। जेल परिसर के बैरकों से लेकर खान-पान, केस के संबंध में मिल रही कानूनी मदद, स्वास्थ्य परीक्षण जैसे अहम मुद्दों की जांच की। मंगलवार सुबह आयोग की टीम तकरीबन 12 बजे जेल पहुंची। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न बैरकों में जाकर कैदियों से उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। जस्टिस नरेंद्र कुमार जैन ने जेल अधीक्षक एमएस मरावी को निर्देशित किया कि जेल में आने वाले हर मुल्जिम की अपराध संबंधी जानकारी रखें। जिन कैदियों को जमानती धाराओं पर जेल भेजा गया है उनके संबंध में माननीय न्यायालय से जमानत देने के लिए अनुरोध करें। मुल्जिम की जेल मे आवक के पश्चात स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराया जाए तथा उसका रिकार्ड भी संधारण किया जाए।
विधिक सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश
अध्यक्ष ने प्रतिकार निधि से कैदियों को दी जाने वाली राशि के संबंध में जानकारी प्राप्त की। साथ ही जिन कैदियों की पैरवी के लिए स्वयं के वकील उपलब्ध नही हैं, उन्हें शासकीय अधिवक्ताओं के माध्यम से विधिक सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मानवाधिकार आयोग के सदस्यों द्वारा जिला जेल में वीडियो कान्फ्रेंस कक्ष, अनाज गोदाम, अनाज की गुणवत्ता, चिकित्सा व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया गया।
भोजन तैयार करने के संबंध में जानकारी ली
मानवाधिकार आयोग के सदस्य मनोहर ममतानी ने कैदियों के लिए भोजन तैयार करने के संबंध में जानकारी भी ली। उम्होंने कहा कि जिन बंदियों की अपील उच्च न्यायालय में लंबित है, उनकी केस फाइल नंबर से अद्यतन जानकारी नेट के माध्यम से प्राप्त कर कैदियों को अवगत कराए। प्रथम बार जेल आने वाले कैदियों की एचआईव्ही जांच अवश्य की जाए। सभी कैदियों के स्वास्थ्य रिकार्ड संधारित किए जाए। जेल अधीक्षक एम एस मरावी ने बताया कि जिला जेल उमरिया में एक भी महिला कैदी नहीं है। वर्तमान में 158 बंदी हैं। जिसमें 34 सजायाफ्ता तथा 124 ट्रायल में हैं। चिकित्सक माह में 10 दिन अपनी सेवाएं देते हैं। आकस्मिक जरूरत पर उनकी सेवाएं कैदियो को प्राप्त होती हैं। जेल आने वाले प्रत्येक कैदी की सामान्य स्वास्थ्य जांच जैसे ब्लड की जांच, शुगर, ब्लड प्रेशर की जांच की जाती है।
गंभीर बीमारी होने पर कैदियों को मेडिकल कालेज रीवा के लिए रैफर किया जाता है। वर्तमान में एक कैदी मानसिक रोगी हैं। जिला जेल उमरिया में क्षमता के अनुरूप ही कैदी निरूद्ध है। भ्रमण के दौरान अपर कलेक्टर दिनेश मौर्य, एसडीएम बांधवगढ नीलांबर मिश्रा, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी राम खेलावन शुक्ला, जेल अधीक्षक एमएस मरावी, डा प्रमोद द्विवेदी सहित जेल स्टाफ उपस्थित रहे।
Created On :   17 April 2019 1:28 PM IST