हड़ताल के चलते नहीं मिली जननी एक्सप्रेस , ऑटो में हुआ प्रसव

Madhya Pradesh: Woman give birth in auto rickshaw in katni
हड़ताल के चलते नहीं मिली जननी एक्सप्रेस , ऑटो में हुआ प्रसव
हड़ताल के चलते नहीं मिली जननी एक्सप्रेस , ऑटो में हुआ प्रसव

डिजिटल डेस्क कटनी। 108 एम्बुलेंस एवं जननी एक्सप्रेस न मिलने की वजह से सोमवार को एक महिला ने आटो में ही नवजात शिशु को जन्म दे दिया। आटो चालक द्वारा जच्चा बच्चा को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां काफी देर तक व्हील चेयर एवं स्ट्रेचर न मिलने की वजह से जच्चा-बच्चा आटो में ही रहे। गौरतलब है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह चौपट हो चुकी हैं। जहां रविवार को जननी एक्सप्रेस तथा एम्बुलेंस न मिलने की वजह से तीन किमी पैदल चलकर बरही अस्पताल जा रही एक प्रसूता ने सड़क पर ही नवजात शिशु को जन्म दिया था तो वहीं सोमवार को आटो में प्रसव होने का मामला सामने आया। लगातार ऐसे मामले में जिले में सामने आ रहे हैं। लेकिन शर्मसार होने की बजाय जिला अस्पताल प्रबंधन तथा स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी सुविधाओं तथा व्यवस्थाओं में कमी का रोना रोते नजर आ रहे हैं।
दुगाड़ी नाला मार्ग पर हुआ प्रसव
बिलहरी नाका निवासी श्रीराम बर्मन की 30 वर्षीय पत्नी पिंकी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों द्वारा 108 एम्बुलेंस को कॉल किया गया। लेकिन 108 एम्बुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर होने की वजह से उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिल पाई। जिसके बाद परिजन आटो क्रमांक एमपी 21 आर 3789 से प्रसूता को लेकर जिला अस्पताल के लिए रवाना किया। दोपहर करीब 12 बजे जब आटो प्रसूता को लेकर दुगाड़ी नाला के जर्जर पुल से गुजर रही थी तभी उबड़-खाबड़ मार्ग पर ही आटो में बैठी प्रसूता को असहनीय प्रसव पीड़ा हुई तथा आटो में ही प्रसूता ने लाडली लक्ष्मी को जन्म दिया। जिसके बाद आटो चालक महिला तथा नवजात शिशु को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा।
आधे घंटे तक नहीं मिली स्ट्रेचर
आटो के दोपहर करीब सवा 12 बजे जिला अस्पताल पहुंचने पर परिजनों तथा आटो चालक द्वारा अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सकीय स्टाफ को प्रसव के संबंध में जानकारी दी गई। प्रसूता वार्ड के बाहर आटो में जच्चा-बच्चा आधे घंटे तक पड़े रहे। लेकिन नर्सिंग स्टाफ द्वारा महिला व बच्चे को वार्ड तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर अथवा व्हील चेयर उपलब्ध नहीं कराई गई। मीडिया कर्मियों के पहुंचने के बाद आनन-फानन में नर्सिंग स्टाफ ने व्हील चेयर मुहैया कराई तब जाकर महिला व बच्ची को प्रसूता वार्ड में दाखिल किया गया।
इनका कहना है
108 एम्बुलेंस कर्मियों के द्वारा की जा रही हड़ताल के कारण प्रसूता को समय पर वाहन नहीं मिल सका। यदि स्ट्रेचर तथा व्हील चेयर पहुंचाने में देरी की गई है तो संबंधित स्टाफ से जबाव मांगा जाएगा।      
  - डॉ. केपी श्रीवास्तव, सिविल सर्जन

 

Created On :   21 Nov 2017 1:14 PM IST

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