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'बेटी और बहू को भ्रष्ट तरीके से ठेके दिलाए जाने के मामले में मंत्री पारस जैन इस्तीफा दें'
डिजिटल डेस्क, भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मंत्री पारस जैन को अपने ही विभाग में भ्रष्ट तरीके से बेटी और बहू को करोड़ो रूपए का ठेका दिलाने के मामले में तत्काल इस्तीफा देने को कहा है।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान कहते है कि वे भ्रष्टाचार में जीरों टालरेंस के पक्षधर हैं, अब उन्हें यह बात मंत्री पारस जैन का इस्तीफा लेकर साबित करना चाहिए। अजय सिंह ने कहा कि एमपी में बीजेपी, सत्ता और संगठन के लोग अपने को सभी कानून कायदों से ऊपर समझने लगे हैं। प्रदेश में दो प्रकार के कानून हैं एक संगठन और सत्ता से जुड़े लोगों के लिए जिसमें हर स्तर पर हर तरह की रियायत दी जाती है, दूसरा कानून जनता के लिए है। अजय सिंह ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, वनमंत्री गौरीशंकर शेजवार और राज्यमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा भी अपने पुत्रों और पद का अनुचित लाभ ले चुके हैं, जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री पारस जैन का मामला गंभीर है, यह अमानत में खमानत का प्रकरण है। पारस जैन ने अपनी बहू और बेटी को करोड़ों का ठेका दिलाने के लिए उनकी कंपनी इनफिनिट एनर्जी साल्यूशन के लिए टेंडर की न केवल तीन बार तारीख बढ़ाई बल्कि जब तक कंपनी ने सभी आवश्यक कागजात एकत्रिंत नहीं कर लिए तब तक टेंडर प्रक्रिया को लंबित रखा गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सिंगल टेंडर के आधार पर मंत्री की बहू और बेटी को ही टेंडर दिया गया। उन्होंने कहा कि हर नेता मंत्री के बेटा, बेटी रिश्तेदार को व्यवसाय करने का हक है, लेकिन उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए नियम कायदों के विपरीत जाकर मदद की जाए तो वह भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि मंत्री पारस जैन ने मंत्री बनने के बाद संविधान के प्रति जो शपथ ली थी, उसका भी उल्लंघन किया है। इसके बाद इस्तीफे के अलावा कोई माफी नहीं है, उन्हें तत्काल अपने पद से हट जाना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि उर्जा मंत्री जी ने अपनी बेटी और बहू की कंपनी इन्फिनिट एनर्जी सोल्यूशन्स को उर्जा विकास निगम से उज्जैन संभाग में रूफ ऑप सोलर प्लांट लगाने के लिए करोड़ों रूपयों के ठेके दिलवाए हैं । इतना ही नहीं इंदौर संभग में भी रूफ टॉप सोलर प्लांट लगवाने के लिए एमपी पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड में भी कंपनी को पेनल (इमप्लेनलमेंट) मे शामिल करवाया।
मंत्री पारस जैनकी बेटी और बहू की कंपनी को ठेका देने के लिए उर्जा विकास निगम द्वारा 25 जून, 2016 को जारी किए गए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल को केंसिल करवा दिया गया। क्योंकि यह कंपनी इसमें भाग नहीं ले पाई थी। कंपनी का एमपी के सेल्स टेक्स विभाग ने 16 जुलाई, 2016 को रजिस्ट्रेशन होने के बाद उर्जा विकास निगम ने चार दिन बाद 23 जुलाई, 2016 को फिर से टेण्डर जारी किया लेकिन फिर भी कंपनी के दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण निगम को टेण्डर को विलंब करने के लिए दो बार शुद्धिपत्र (कॉरीजेण्डम) जारी किए गए । इसी बीच एम.एन.आर.आई की गाईड लाईन आने के बाद निगम ने नए सिरे से टेण्डर जारी किए । अप्रेल, 2017 में इस कंपनी को चार से दस मेगावॉट के रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाने के एल-1 में सिलेक्ट करते हुए 350 किलो वॉट के प्रोजेक्ट दे दिए गए ।
यह सभी प्लांट उज्जैन संभाग के एरिया में दिए गए, इसी बीच मंत्री पारस जैनने एमपी पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, इंदौर में भी इस कंपनी को पेनल मे शामिल करवाकर यहां से भी उसे काम का टेण्डर जारी करवा दिया । यह आरोप अपने आप में एक लोकसेवक होने के नाते मंत्री पद से जुड़ा हुआ प्रामाणिक दुरूपयोग, बड़ा भ्रष्टाचार और कदाचरण के आरोपों को प्रामाणित करने के लिए पर्याप्त है।
Created On :   18 Sept 2017 7:55 PM IST