हत्या कर शव नदी में बहा दिया था, जमीन का था विवाद ,आरोपी गिरफ्तार

Murder controversy over land, accused arrested by police, umaria
हत्या कर शव नदी में बहा दिया था, जमीन का था विवाद ,आरोपी गिरफ्तार
हत्या कर शव नदी में बहा दिया था, जमीन का था विवाद ,आरोपी गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, उमरिया। पाली थाना क्षेत्र के चौरी गांव से आठ माह पूर्व रहस्यमय ढंग से लापता 44 वर्षीय संजीव गौतम निवासी शहडोल की मौत का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। आरोपी हीरा लाल पिता मुन्ना यादव (26) तथा चचेरे भाई लालमन (26) ने  जमीनी के विवाद में संजीव की हत्या कर दी थी और शव सोन नदी में बहा दिया था ।  घटना में शव न मिलने से पुलिस को नतीजे तक पहुंचने  में आठ माह लग गए। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायलय पेश किया गया है जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। हत्या की गुत्थी सुलझाने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती रेखा सिंह ने पाली में तीन दिन का कैम्प भी किया। वारदात में संलग्न सबूतों का बारीकी से विश्लेषण हुआ। एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि संजीव गौतम उर्फ संजू पिता सिद्धेश प्रसाद गौतम (44) निवासी सोहागपुर का चौरी के पास पैली गांव में आना जाना था। मृतक ने वहां के कुछ लोगों के साथ मिलकर जमीन की खरीद फरोख्त की थी। आरोपी हीरा लाल यादव पिता मुन्ना तथा लालमन के साथ मृतक के साथ जमीन के बदले मवेशी देने का वादा हुआ था। यहीं से बात बिगड़ी और आए दिन मृतक द्वारा तगादा करने पर आरोपियों ने इसे निबटाने का प्लान बना लिया। मौका पाकर आरोपियों ने 5 अगस्त 2018 कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सिद्ध बाबा मंदिर के पास कुल्हाड़ी से हमला कर शव को सोननदी में बहा दिया।

ऐसे दिया घटना को अंजाम 

अगस्त 2018 के पहले जमीनी विवाद के बाद तीनों के बीच कई बार बहस हुई।  कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मृतक सिद्धबाबा मंदिर में पूजा करने आया था। यही तीनों का आमना सामना हो गया। वीरान जंगली इलाके में कहासुनी से बात बिगड़ी और आरोपियों ने कुल्हाड़ी से उसके पेट में हमला कर दिया। जोरदार वार से वह जमीन में गिर गया। इस बीच दूसरे साथी ने डण्डे से सिर में प्रहार किया। इतने में मृतक मरणासन हाल में पहुंच गया। फिर सुबह शव वहीं झाडिय़ों में फेंक गए। देर शाम तक जानवरों द्वारा नहीं ले जाने पर बारिश में सोन घाट से बहा दिया गया।

मनोवैज्ञानिक पूछताछ से मिली सफलता

पहले पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था। चूंकि मृतक का शव कहीं बरामद नहीं हुआ साथ ही पुलिस रिकार्ड व ग्रामीणों से पूछताछ में भी कोई खास सफलता नहीं मिली। इसलिए विवेचना में स्थानीय पुलिस को खासी दिक्कत हुई। पुलिस अधीक्षक ने शीर्ष स्तर पर प्राप्त दिशा निर्देश उपरांत सोननदी में कई दिनों तक टीमों को शव की तलाशी में लगाया। विभिन्न थानों की टीमों का गठन कर संदेहियों से पूछताछ की गई। वारदात से जुड़ी अलग-अलग कडिय़ों को जोडऩे के बाद उन्हें क्लू मिला। फिर मनोवैज्ञानिक पूछताछ कर आरोपियों से उनका गुनाह कबूलनामा करवाया।

कुल्हाड़ी व कपड़े बरामद, शव लापता

घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व डण्डा विवेचना के दौरान बरामद किया जा चुका है। रक्त से सने कपड़े तथा सोन नदी में मृतक के कुछ सामान भी पाए गए है। इनका परीक्षण किया जा रहा है। इन्हीं सबूतों के आधार पर सोननदी के तटीय इलाकों में तलाश भी हुई थी। पुलिस सूत्रों का मानना है युवक का शव नदी के तेज बहाव में दूर फंसकर डिकंपोज हो चुका है। मौके से जरुर एक थैला मिला, जो उसी का था। लिहाजा पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध 365, 302, 201, 34 ताहि का मामला कायम कर उन्हें न्यायालय पेश कर दिया। 
 

Created On :   17 July 2019 2:31 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story