पीने के पानी के लिए भटक रहे लोग, दो साल में पूरी नहीं हो पाई योजना

Nal jal scheme in Dindori could not be completed even after two years
पीने के पानी के लिए भटक रहे लोग, दो साल में पूरी नहीं हो पाई योजना
पीने के पानी के लिए भटक रहे लोग, दो साल में पूरी नहीं हो पाई योजना

डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। एक साल में पूरी की जाने 9 करोड़ रूपए की नलजल योजना में लगातार विलंब हो रहा है और इस संबंध में अधिकारी लगातार समय मांग रहे है। अब योजना की पूर्णता के लिए दिसम्बर के अंतिम सप्ताह का समय दिया गया है। गौरतलब हो कि नलजल योजना के तहत मार्च 2017 में पेयजल सप्लाई होना था, लेकिन संबंधित एजेंसी द्वारा कार्य में हीला हवाली किए जाने के कारण इसकी तिथि के क्रमश: बढ़ती गई। वहीं इस कार्य को पूरा करने के लिए अक्टूबर तक का समय मांगा गया था उसके बाद पुन: तिथियां बदलती चली जा रही है। जिससे लोगों में भी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जिसमें सुबखार, सिविल लाइन, पुरानी डिण्डौरी के वार्ड 11, 14, 15 में पानी के लिए लोग अभी भी भटकाव की स्थिति में है। ऐसे हालात में यहां लोग खासे परेशान हो रहे है।
ज्ञातव्य हो कि इस योजना को जुलाई के पहले ही पूर्ण हो जाना था, लेकिन वर्तमान स्थितियों में भी लगभग 40 प्रतिशत कार्य बाकी बताया जा रहा है ऐसी स्थिति में अधिकारियों द्वारा बताई जा रही तिथि पुन: बढ़ सकती है और आगामी गर्मी के सीजन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बहरहाल हाल ही में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक के दौरान नगर परिषद ने कार्य की वस्तुत: रिपोर्ट सौपी है और इस रिपोर्ट के आधार पर दिसम्बर माह तक का समय लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि नवीन नलजल योजना के तहत बिछाए जा रहे पाइपों के गुणवत्ताहीन होने और टंकी का निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण योजना का लाभ सभी वार्डो को तरीके से नहीं मिल पाएगा। जिसकी भी समय रहते जांच की जाना चाहिए।
गुणवत्ताहीन है पाइप  
नलजल योजना के तहत शहर के विभिन्न हिस्सों में बिछाए गए पाइप गुणवत्ताहीन बताए जा रहे है। जिनकी क्वालिटी मानक स्तर पर सही नही होने को लेकर क्षेत्रवासियों व कुछ पार्षदों ने भी आपत्ति दर्ज कराई थी। बहरहाल इस मामले में लोगों का कहना है कि जो पाइप लाइन बिछाई गई है वह समय से पहले ही दम तोड़ देगी। वहीं दूसरी ओर लोगों का कहना है कि कई स्थानों पर बिना खोदे ही पाइप लाइन डाल दी गई वहीं पाइप की क्वालिटी भी मानक स्तर पर सही न होने के कारण कुछ स्थानों पर दरार आने की भी संभावना बताई गई है जिसका परिणाम निकट समय में टेस्टिंग के दौरान भी सामने आ सकता है। बताया जाता है कि नर्मदा पुल पर एक  छोर से दूसरे छोर तक पाइप लाइन बिछाने का जो कार्य किया गया था उसमें औपचारिकता का निर्वाह किया गया है।

 

Created On :   8 Nov 2017 11:44 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story