अमानक चावल - मिलर्स के नाम बताने में अफसरों को छूट रहा पसीना -  उच्चाधिकारियों से संपर्क नहीं कर सका विभाग

Non-standard rice - Officers were sweating out the names of the millers
अमानक चावल - मिलर्स के नाम बताने में अफसरों को छूट रहा पसीना -  उच्चाधिकारियों से संपर्क नहीं कर सका विभाग
अमानक चावल - मिलर्स के नाम बताने में अफसरों को छूट रहा पसीना -  उच्चाधिकारियों से संपर्क नहीं कर सका विभाग

 डिजिटल डेस्क कटनी । अमानक चावल के मामले में मिलर्स का नाम बताने मेें नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी अब बैक फुट पर दिखाई दे रहे हैं। एफसीआई को जांच रिपोर्ट दिए हुए 48 घंटे का समय बीत चुका है। इसके बावजूद प्रदेश का संभवत: कटनी ऐसा इकलौता जिला है। जिसमें मिलर्स की कारस्तानी में विभाग के अफसर ही परदा डालने में लगे हैं। नाम नहीं बताने पर घालमेल की आशंकाओं को लेकर अफसर सवालों के कटघरे मेें है।
अफसर का वही राग
इस संबंध में नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी पीयूष माली उसी तरह से रटा-रटाया जवाब दे रहे हैं। जिस तरह का जवाब उन्होंने सोमवार को दिया था। इन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश जैसे मिलेंगे। उसका पालन किया जाएगा।
यह रहा पूरा मामला
गरीबों को गुणवत्ताविहीन राशन बांटने का मामला सबसे पहले बालाघाट और मंडला में आया था। यहां पर भारी मात्रा में डी ग्रेड का चावल गोदामों में मिला था। इसके बाद कटनी में भी चावल की जांच हुई तो मिलर्स और गुणवत्ता निरीक्षकों के सांठगांठ की पोल खुली। कटनी का करीब 92 प्रतिशत चावल के लैब रिपोर्ट की परीक्षा को पास नहीं कर सका।
 

Created On :   8 Oct 2020 3:56 PM IST

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