सास के नाम पर एक इंच भी नहीं जमीन, सरपंच ने कागज में तालाब बनाकर निकाल ली राशि

Not even an inch of land in the name of mother-in-law, the sarpanch pulled out the amount by making a pond
सास के नाम पर एक इंच भी नहीं जमीन, सरपंच ने कागज में तालाब बनाकर निकाल ली राशि
सास के नाम पर एक इंच भी नहीं जमीन, सरपंच ने कागज में तालाब बनाकर निकाल ली राशि

पांच माह पहले भ्रष्टाचार की लिखी इबादत में तिकड़ी को जिला पंचायत ने दिया अभयदान
डिजिटल डेस्क कटनी ।
जनपद पंचायत रीठी अंतर्गत तिघराकला ग्राम पंचायत के बकलेहटा में सरपंच, सचिव और उपयंत्री की तिकड़ी ने मनरेगा योजना के एक लाख 63 हजार 500 रुपए इस तरह से ठिकाने लगाए कि जांच में गए अधिकारी भी कुछ समय के लिए असमंजस में पड़ गए। एक-एक बिंदुओं की जांच की तो प्याज के छिलके की तरह पग-पग में भ्रष्टाचार की नई कहानी सामने आई। जिस जमीन में खेत तालाब बनाने का दावा तीनों ने किया था। दरअसल वहां पर कोई तालाब नहीं रहा। पंचायत में
जिस समय सड़क का निर्माण हो रहा था। उसी समय यहां से मुरुम निकालकर सड़क का समतलीकरण किया था। इतना ही नहीं सरपंच ने जिस हितग्राही मैदाबाई के नाम खेत तालाब बनाया था। वह हितग्राही सरपंच की सास निकली, जिस जमीन में खेत तालाब बनाया वह भी मैदाबाई के नाम नहीं थी। यहां पर 12 खातेदारों के नाम शामिल रहे। जांचकर्ता अधिकारी इस भ्रष्टाचार को जुलाई माह में ही उजागर कर चुके हैं। इसके बावजूद पांच माह से जिला पंचायत के बाबू इस फाइल में कुंडली मारकर बैठे हैं।
गड्ढे को बताया था तालाब
जांच अधिकारी एमआर मेहरा, एमएल कोल और डीलन सिंह ने पाया कि जिस स्थल पर खेत तालाब बताया जा रहा है। वह तकनीकी मापदंडो को पूरा नहीं कर रहा है।उस जमीन पर पहले से ही मुरुम निकालकर करीब एक हेक्टेयर में गड्ढा बनाया गया है। गड्ढे की मिट्टी और मुरुम से रोड का समतलीकरण किया गया है। खेत तालाब की मेढ़ भी नहीं बनाई गई है।
सास का ससुर रहा खातेदार
इस भ्रष्टाचार की कहानी को पूरी तरह से जिम्मेदारों ने नौटंकी बना दिया। बगैर ग्राम सभा के प्रस्ताव के ही सरपंच अनोज बाई पति संतोष लोधी की सास मैदाबाई के नाम से तीन लाख 10 हजार रुपए की लागत से खेत में तालाब स्वीकृत कर दी। मजे की बात यह रही कि खसरा नंबर 797 के 1.25 हेक्टेयर में जो तालाब बनाने का दावा किया गया था। वह खेत भी मैदाबाई के नाम से नहीं रहा। इस भूमि में गांव के ही 12 खातेदारों का नाम शामिल रहा। जिसमें मैदाबाई के ससुर राजाराम का नाम सह खातेदार के रुप में शामिल रहा।
वसूली की जगह पर अभयदान
पांच माह बाद भी वसूली और कार्यवाही की जगह पर जिला पंचायत ने सरपंच, सचिव और उपयंत्री को मनमानी करने के लिए अभयदान दे रखा है। लापरवाही पूर्वक कार्य कराए जाने पर तीनों से बराबर के मान से राशि वसूली योग्य होने की बात अधिकारियों ने कही थी। जिसमें सरपंच अनोज बाई से 54 हजार 517, सचिव चंद्रभान से भी 54 हजार 517 और उपयंत्री रोहित हल्दकार से 54 हजार 516 रुपए की राशि वसूली जानी थी।
 

Created On :   21 Dec 2020 5:49 PM IST

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