कटनी में कोटा की तर्ज पर कोचिंग देने की तैयारी

now coaching for engineering and medicals test will start in katni
कटनी में कोटा की तर्ज पर कोचिंग देने की तैयारी
कटनी में कोटा की तर्ज पर कोचिंग देने की तैयारी

डिजिटज डेस्क कटनी। जिले के विद्यार्थियों को अब नीट व आईआईटी की तैयारी के लिए कोटा नहीं जाना पड़ेगा। कोटा की तर्ज पर जिले में ही कोचिंग व्यवस्था मुहैया कराने के प्रयास को जिला प्रशासन द्वारा अमली जामा पहनाया गया है। कलेक्टर विशेष गढपाले के कॉन्सेप्ट पर मंगलवार को नि:शुल्क भारत निर्माण कोचिंग-2 की शुरुआत की गई। जिसका शुभारंभ मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल, महापौर शशांक श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत फ्रेंक नोबल ए भी मौजूद रहे।
100 विद्यार्थियों का हुआ चयन
कोचिंग की रूपरेखा के बारे में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की प्राचार्या विभा श्रीवास्तव ने विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि इस कोचिंग में स्टडी के लिए इन्ट्रेन्स एग्जाम रखा गया था। जिसमें 350 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुये। जिनमें से सौ विद्यार्थियों का चयन कोचिंग के लिये किया गया। इनमें 50 विद्यार्थियों का चयन आईआईटीए, जेईईई जैसी इंजीनियरिंग की परीक्षाओं के लिये किया गया है। वहीं 50 विद्यार्थियों का चयन मेडिकल की तैयारियों के लिये हुआ है। इन विद्यार्थियों को कोटा और जबलपुर में संचालित नामी कोचिंग क्लासेस के प्रोफेशनल टीचर्स तैयारी करायेंगे।
बिना रीडिंग के बिजली बिल बने समस्या -पिछले कुछ समय से मीटर वाचकों तथा विद्युत मंडल प्रशासन के बीच चली आ रही टकराव का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। विद्युत मंडल द्वारा शहर के अधिकांश उपभोक्ताओं को बिना मीटर रीडिंग का औसत बिल थमाया जा रहा है। वहीं यह भी देखने में आ रहा है कि जून माह से मीटर रीडिंग बंद होने के कारण 2 से लेकर 3 माह का बिल एक साथ उपभोक्ताओं को पहुंचाया गया है। जिससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इतना ही नहीं गर्मी के मौसम के दौरान रहने वाली खपत के आधार पर बारिश व ठंड के मौसम में औसत बिल तैयार किया गया है। जबकि जुलाई के बाद से उपभोक्ताओं द्वारा बिजली की काफी कम खपत की गई है।

 

Created On :   4 Oct 2017 5:13 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story