प्याज घोटाले के आरोप में घिरे नान प्रबंधक

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प्याज घोटाले के आरोप में घिरे नान प्रबंधक
प्याज घोटाले के आरोप में घिरे नान प्रबंधक

डिजिटल डेस्क, कटनी। गरीबों को दो रूपए किलो की दर पर प्याज उपलब्ध कराने के लिए भेजी गई रैक में बीच रास्ते से खेल किए जाने के मामले की शिकायत मेें नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक संजय सिंह गंभीर आरोपों से घिर गए हैं। नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी विकास नरवाल ने शिकायत पर जांच के आदेश दिए हैं। आरोप है कि नान प्रबंधक ने व्यापारियों से सांठगांठ कर 5 से लेकर 6 किलो रूपए की दर पर विक्रय किया है। जबकि दो रूपए किलो की दर पर रसीदें जारी की गई हैं। इतना ही नहीं धार से आई प्याज के रैक को खराब बताकर व्यापारियों को उपकृत किया गया है।  

लोडिंग-अनलोडिंग मेंं खेल
शिकायत में आरोप है कि नान प्रबंधक ने रैक प्वाइंट से प्याज को वेयर हाउस में स्टॉक किए जाने पर भाड़ा, लोडिंग एवं अनलोडिंग के फर्जी बिल तैयार कर अलग से भुगतान का खेल किया है। इसके साथ ही सड़ी प्याज की मात्रा अधिक दर्शाकर व्यापारियों को बेचकर आर्थिक लाभ कमाने के लिए नान प्रबंधक पर आरोप लगाए गए हैं।

मंडी सचिव की भूमिका पर सवाल
रैक प्वाइंट से वेयर हाउस में प्याज स्टाक किए जाने में मंडी सचिव की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। आरोप है कि मंडी सचिव की मिलीभगत से आवागमन पर न तो प्रवेश शुल्क लिया गया और न ही इसकी जानकारी प्रवेश पंजी में दर्ज की है। गरीबों की प्याज बीच रास्ते से खुर्दबुर्द होने के मामले में पर्दा डालने के लिए रैकों की इंट्री मंडी द्वारा नहीं की गई है। 

परिवहन में खर्च हुए 57 लाख
नागरिक आपूर्ति निगम की जानकारी के मुताबिक 7 रैक प्याज के परिवहन में 57 लाख रूपए खर्च हुए हैं। जबकि सड़ी प्याज के विनष्टीकरण में भी 2 लाख 15 हजार का कागजों में व्यय दर्शाया गया है। नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक संजय सिंह के मुताबिक 1014 मिट्रिक टन प्याज खराब हो गई है। जबकि जानकारों का कहना है कि वेयर हाउस में प्याज के स्टाक होने के बाद सड़ी प्याज की मात्रा किसी के गले नहीं उतर रही है। उधर नान प्रबंधक का कहना है कि परिवहन और प्याज के वितरण की जानकारी भोपाल भेज दी गई है।

Created On :   14 Sep 2017 3:14 AM GMT

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