- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- कटनी
- /
- साक्षर भारत योजना में लगा ताला,...
साक्षर भारत योजना में लगा ताला, प्रेरकों को 21 माह से नहीं मिला मानदेय
डिजिटल डेस्क कटनी। साक्षर भारत योजना में एक जनवरी 2018 से पूरी तरह ताला लग गया लेकिन निरक्षरों को साक्षर करने वाले प्रेरकों को 21 माह से मानदेय तक नहीं मिल सका है। तत्कालीन सीईओ और बीईओ के मतभेदों ने प्रेरकों के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा कर दिया है। प्रेरकों ने शिकायत में बताया है कि बड़वारा ब्लाक में 93 प्रेरक कार्यरत थे, इनमें से 12 को हटा दिया गया था। अप्रेल 2016 से प्रेरकों को मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। प्रेरकों ने बताया कि तत्कालीन बीईओ सेवानिवृत्त हो चुके हैं और बसाड़ी प्राचार्य को प्रभार सौंपा गया है। 2001 की जनगणना के अनुसार कटनी जिले में 111340 निरक्षर चिन्हित किए गए थे। इनमें से 77391 लोगों को साक्षर करने के दावे किए गए हंै। जिले के सभी ब्लाकों के 578 प्रेरकों को अप्रेल 20ृ17 से मामदेय की राशि नहीं मिली है। जबकि बड़वारा ब्लाक के 93 प्रेरकों को 21 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। बड़वारा ब्लाक के प्रेरकों ने जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन देकर समस्या का समाधान कराने का अनुरोध किया है। प्रेरकों ने शिकायत में बताया है कि बड़वारा ब्लाक में 93 प्रेरक कार्यरत थे, इनमें से 12 को हटा दिया गया था। अप्रेल 2016 से प्रेरकों को मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। प्रेरकों ने बताया कि तत्कालीन बीईओ सेवानिवृत्त हो चुके हैं और बसाड़ी प्राचार्य को प्रभार सौंपा गया है। प्रेरकों के अनुसार तत्कालीन बीईओ और जनपद सीईओ के बीच विवाद के चलते मानदेय का अनुमोदन नहीं हुआ और अलाटमेंट लेप्स हो गया।
इनका कहना है-
प्रेरकों को राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल से सीधे विकासखंडों में राशि आती है और बीईओ द्वारा भुगतान किया जाता है। बड़वारा ब्लाक के प्रेरकों को 21 माह से मानदेय भुगतान नहीं होने का मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर मानदेय भुगतान कराने के प्रयास किए जाएंगे।
एन.पी.दुबे प्रभारी डीपीसी कटनी
Created On :   3 Jan 2018 1:07 PM IST