किसान का बेटे प्रकाश नायक ने प्रदेश की मैरिट सूची में सातवां स्थान प्राप्त किया "कहानी सच्ची है"

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किसान का बेटे प्रकाश नायक ने प्रदेश की मैरिट सूची में सातवां स्थान प्राप्त किया "कहानी सच्ची है"

डिजिटल डेस्क, उमरिया। गांव मे रहने वालें किसान के बेटे प्रकाश नायक ने 500 मे से 469 अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट सूची में सातवां स्थान प्राप्त कर उमरिया जिले तथा अपने परिवार का नाम रोशन किया है। उसकी इस सफलता पर प्रदेश शासन की आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी उमेश धुर्वे, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास आनंद राय सिन्हां तथा बालक उमावि पाली के शिक्षकों ने बधाई दी है तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। गांव चंगेरा का निवासी प्रकाश नायक के पिता कन्ना नायक एवं उनकी माता धरमू बाई खेती एवं मजदूरी कर परिवार का संचालन करते है। परिवार में 6 बहनें एवं दो भाई है। सभी बहनों की शादी हो चुकी है। बडे भाई मजदूरी का काम करते है। प्रकाश नायक परिवार में सबसे छोटा बेटा है। बचपन से ही प्रतिभाशाली होने के कारण उनके माता पिता ने प्रकाश की पढाई पर विशेष ध्यान दिया तथा उन्हें लगातार पढाई हेतु प्रेरित करते रहे। हाई स्कूल परीक्षा मे भी प्रकाश ने 83.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे, जिससे स्कूल के शिक्षकों तथा परिवार जनों की पहले से ही उनके मेरिट लिस्ट में आनें के लिए आशान्वित थे। प्रकाश ने बताया कि वह प्रशासनिक सेवा में जाने के उददेश्य से कला संकाय का चुनाव किया था। उसने कक्षा 12 वीं भूगोल, राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, आईटी, हिंदी तथा अतिरिक्त विषय के रूप में अंग्रेेजी विषय लिया था। प्रकाश ने बताया कि वह बालक हायर सेकेण्डरी स्कूल पाली में शिक्षा प्राप्त कर रहा था । घर दूर होने के कारण उसने अपनी पढाई आदिवासी बालक छात्रावास पाली मे रहकर की। वह नियमित रूप से कक्षाओ के पश्चात चार घंटे की पढाई करता था। सभी विषयो की पढाई सामान रूप से करते थे। उन्होने कहा कि स्नातक की पढाई इंदिरा गांधी जन जातीय विश्व विद्यालय अमरकंटक या इंदौर में रहकर करना चाहते है। जिससे पढाई के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षाओ की भी तैयारी हो सके। प्रकाश नायक को अपने समय की कीमत मालूम थी । उन्होने कोरोना काल में लाक डाउन के दौरान तहसील एवं ग्राम पंचायत में आईटी से जुडे़ कार्य करके परिवार के लिए आय का साधन बना लिया था। आपने कहा कि सभी विद्यार्थी साथियों को समय का मूल्य समझना चाहिए तथा समय का सदुपयोग करते हुए अपनी योग्यता तथा क्षमता बढाने में करना चाहिए।

Created On :   28 July 2020 3:35 PM IST

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