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बिना शिक्षकों और भवन के शासकीय कॉलेज के मॉडल संचालन की तैयारी
डिजिटल डेस्क, उमरिया। उच्च शिक्षा के लिए एपीएस यूनिवर्सिटी से संबद्ध स्थानीय महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। सीएम की घोषणानुसार इस सत्र में पहली बार मॉडल कालेज की शुरुआत हो रही है। आर्ट, बायो तथा कामर्स ग्रुप की 10 कक्षाओं के प्रथम सेमेस्टर में शीर्ष स्तर से 310 सीट निर्धारित की गई हैं। नए महाविद्यालय खुलने के बाद भी छात्र-छात्राओं की भीड़ घटी नहीं है। दो दिनों से शासकीय कॉलेज में सीएलसी फार्म जमा करने वालों की लंबी कतारें लग रही हैं। प्रबंधन के मुताबिक आवेदन प्राप्त कर इनकी सूची 10 अगस्त तक जारी की जाएगी।
प्रबंधन के मुताबिक जुलाई से शुरु हुई प्रवेश प्रक्रिया के तहत 1360 सीटों के लिए आवेदनों का ऑनलाईन पंजीयन किया गया। इनमे अग्रणी कॉलेज उमरिया, बिरासिनी महाविद्यालय पाली, नौरोजाबाद, मानपुर तथा चंदिया के लिए निर्धारित सीटों का आवंटन हुआ। दो चरण की कट ऑफ लिस्ट जारी करने के बाद सीएलसी व बढ़ाई गई सीट के बाद अब 334 नए छात्रों को प्रवेश दिया जाना है। इनके लिए सीएलसी चरण अग्रणी कॉलेज में 7 से आज आठ अगस्त तक चलेगा। इनकी सीट का आवंटन 10 अगस्त को सूची के माध्यम से जारी कर दिया जाएगा।
किसी विभाग ने नहीं दिया भवन
जिले में पहले से ही उच्च शिक्षा की क्या दुर्गति ये भला किसी से छिपी नहीं है। मॉडल कॉलेज संचालन के लिए अस्थाई भवन हेतु लीड कॉलेज प्राचार्य द्वारा सभी विभागों से रिक्त भवन की अनुमति मांगी गई थी। प्रबंधन अनुसार सभी विभागों ने भवन की कमी बताकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। अब मजबूरी में शासकीय रणीविजय प्रताप सिंह महाविद्यालय में ही सुबह से कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी। गौरतलब है कि स्टॉफ को लेकर पहले ही छात्र संगठन व राजनीतिक दलों द्वारा ज्ञापन आदि दिया गया, लेकिन फिर भी कोई तनीजा होता नहीं दिख रहा है।
अभी तक नहीं मिला स्टॉफ
मॉडल कॉलेज की स्वीकृति मिलने के बाद से कार्यालीन स्टॉफ व प्राध्यापकों की जरुरत होगी। अगस्त शुरु होने के बाद भी प्राध्यापक यहां नहीं भेजे गए हैं। प्रवेश प्रक्रिया का कार्य RVPS के स्टॉफ से ही लिया जा रहा है। प्रबंधन ने बताया उन्होंने शासन स्तर से 21 के शिक्षिकीय स्टॉफ की मांग की है। हाल ही में चार अगस्त को प्रक्रिया के तहत रिपोर्ट भेजी गई है। भोपाल स्तर से अनुमति के बाद कक्षाएं प्रारंभ होंगी। वहीं लेटलतीफी होने पर छात्र-छात्राओं के कोर्स व पहले साल का परिणाम प्रभावित भी हो सकता है।
दूर-दूर से आ रहे छात्र
बीए, कामर्स जैसे सामान्य विषयों के लिए ज्यादातर भीड़ आसपास के क्षेत्रों के छात्रों की है। नियमित प्रवेश मिलने से विद्यार्थियों की पढ़ाई छात्रवृत्ति के माध्यम से आसानी से हो जाती है। वहीं हॉस्टल सुविधा मिलने से भी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी हो जाती है। मसूरपानी से कुलदीप साहू ने बताया वह नौरोजाबाद, पाली व उमरिया से पंजीयन करवाया था। घर में पिता जी खेती करते हैं। उमरिया में सीएलसी के लिए आवेदन दिया है। खितौली निवासी सुरेश काछी ने बताया पास में मानपुर व बरही कॉलेज हैं, लेकिन दोनों में सीटें कम है। आशा है बीए के लिए उमरिया में जगह मिलेगी।
मॉडल कॉलेज की कक्षा व सीट
संकाय |
निर्धारित सीट |
आर्ट |
100 |
कामर्स |
50 |
बॉटनी के तीन ग्रुप |
60 |
कमेस्ट्री के दो ग्रुप |
40 |
मैथ्स के तीन ग्रुप |
60 |
कुल |
310 |
इनका कहना है
जिले के महाविद्यालयों में 1360 कुल सीटों में 1026 छात्रों को प्रवेश मिल चुका है। सीट वृद्धि तथा शेष के लिए सीएलसी राउण्ड की प्रक्रिया जारी है। मॉडल कॉलेज के लिए स्टॉफ हेतु अपने पत्राचार कर दिया है।
सीबी सोंदिया, प्राचार्य अग्रणी कॉलेज, उमरिया।
Created On :   8 Aug 2018 3:11 PM IST