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एक ऐसा स्कूल भी जहां 10 बच्चे पढ़ते हैं, 5 आते हैं, और पढ़ाती हैं 2 शिक्षिकाएं

डिजिटल डेस्क कटनी । शहर में शासकीय स्कूलों की दशा दिनों दिन खराब होती जा रही है। नगर निगम द्वारा संचालित स्कूल तो दुर्दशा के शिकार हैं ही, शिक्षा विभाग के स्कूलों की भी दशा खराब है। शहर में एक प्राथमिक शाला ऐसी भी है जहां दस छात्र और दो शिक्षिकाएं पदस्थ हैं। इन दस में से पांच छात्र भी स्कूल नहीं आते हैं। स्कूल परिसर नशेडिय़ों का अड्डा बन गया है। दिन दहाड़े अराजक तत्वों को डेरा रहता है। स्कूल भवन की हालत भी जर्जर होती जा रही है। यदि यही हालात रहे तो जल्द ही इस स्कूल में भी ताला लटक सकता है। यह स्थिति नगर में खिरहनी ओवरब्रिज के संचालिक प्राथमिक शाला सारवकर वार्ड की है।
पिछले साल 25 थे, अब 10 बचे
जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला सारवकर वार्ड में पहली से लेकर पांचवीं तक पिछले साल 25 छात्र अध्ययनरत थे। इनमें से कक्षा पांचवीं के 15 छात्र छठवीं में पहुंच गए और उन्होने अन्यत्र स्कूलों में दाखिला ले लिया। अब पहली से कक्षा चौथी तक मात्र दस छात्र बचे हैं। नए सत्र में पहली कक्षा में ज्यादा बच्चें के प्रवेश लेने की उम्मीद भी नहीं है।
तत्वों का रहता है जमघट
स्कूल परिसर असामाजिक तत्वों का सुरक्षित अड्डा बन गया है। यहां दिन दहाड़े लोग शराब पीते रहते हैं और जुआ के फड़ जमे रहते हैं। यहां पदस्थ शिक्षिकाएं भी स्वयं को असुरक्षित महसूस करती हैं। बताया गया है कि स्कूल की छत पर दिन में ही बैठकर जुआ फड़ लगा लिया जाता है। शौचालय में शराब की बोतलें पड़ी रहती हैं और अब वह उपयोग लायक भी नहीं बचा है। पूरा परिसर ही प्रदूषित हो गया है। स्कूल मेंं ना तो बिजली है और ना ही पेयजल की व्यवस्था ही है।
इनका कहना है
शासन के निर्देश हैं कि जिन स्कूलों में 20 से कम दर्ज संख्या है उन्हे आसपास के स्कूलों में अटैच किया जाएगा। जिस स्कूल के बारे में आपने जानकारी दी है, कल ही उसका निरीक्षण करेंगे।
-एन.पी.दुबे, प्रभारी डीपीसी कटनी


Created On :   14 April 2018 5:13 PM IST