पितरों का आशीर्वाद : बारिश से खिले किसानों के चेहरों पर खुशी

Rainfall in the Katni brought happiness to the faces of farmers
पितरों का आशीर्वाद : बारिश से खिले किसानों के चेहरों पर खुशी
पितरों का आशीर्वाद : बारिश से खिले किसानों के चेहरों पर खुशी

डिजिटयल डेस्क कटनी। अवर्षा और सूखा की मार झेल रहे किसानों के लिए बारिश का आखिरी चरण वरदान साबित हुआ।ग्रामीणों का कहना था कि जाते - जाते पितर उनकों अच्छी बरसाज को आशीर्वाद दे गए । किसानों का कहना है कि खरीफ मौसम की फसलों के साथ ही रबी मौसम की तैयारियों के लिए भी बुधवार की बारिश अमृत साबित होगी। सावन और भादो के महीना मे बारिश न होने के कारण हुए नुकसान की भरपाई काफी हद तक आज की बारिश ने कर दी है। जिससे रबी मौसम की तैयारियों में किसानों को अच्छी मदद मिलेगी।
बूढी बारिश ने बुधवार गुरूवार को जमकर रंग जमाया। झूमकर बदरा बरसे जिससे निराश किसानो के चेहरे फिर से खिल उठे। शाम करीब साढे चार बजे से शहर सहित समूचे जिले में अच्छी बारिश होने से खेतो में मुरझाई खड़ी फसल मे रंगत लौट आई। जिसके बाद किसानों की उम्मीद फसलो को लेकर फिर से जग गई है। करीब तीन घंटे में पूरे  जिले में करीब 100 मिमी बारिश दर्ज होने के साथ ही अब तक कि बारिश का आंकडा 900 मिमी को पार कर गया है।
खेतो में भरा पानी
बुधवार की शाम झमाझम बारिश होने से खेतो मे पानी भर गया। करीब दो माह के बाद किसानों को खेतो में पानी भर जाने की खुशी मिली। पितृपक्ष के विदा होने और नवरात्र पर्व शुरू होने के ठीक पहले अच्छी बारिश को किसान बेहद शुभ संकेत मान रहे है। शहर सहित जिले के सभी क्षेत्रो मेे अर्से बाद एक साथ बारिश हुई है। ऐसे में पूरी तरह नाउम्मीद हो चुके किसानो को खेतो में खडी फसल से अच्छे उत्पादन की उम्मीद जग गई है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में खेतो में पानी न मिल पाने के कारण असिचिंत एरिया की फसल सूख चुकी है इसके अलावा अनेक क्षेत्रो मे किसानों ने खेतो में सूख चुकी फसल को मवेशियो को ही चरा दिया है।
इधर निर्माण के साथ ढह गई नहर की लाईनिंग
बहोरीबंद तहसील क्षेत्र में स्थित सकरवारा जलाशय में नहरो की सीसी लाईनिंग के कार्य में की जा रही घपलेबाजी की पोल भी बारिश ने खोलकर रख दी है। सकरवारा जलाशय में करीब 4 क रोड 65 लाख की लागत से 13 किलोमीटर लंबाई की नहरों के कार्य मे गुणवत्ता को दरकिनार कर कराया जा रहा कार्य बारिश होते ही जगह-जगह ढह गया है। हमारे बाकल संवाददाता ने बताया कि सकरवारा जलाशय की नहरो के सीसी लाईनिंग कार्य में ठेकेदार के द्वारा की जा रही मनमानी के कारण बारिश होते ही पूरी नहर जगह-जगह धराशायी हो गई है। मिटटी के ऊपर खानापूर्ति कर मुरूम बिछाकर लाईनिंग कार्य कराये जाने से नहर की सीमेंट कांक्रीट में पूरी तरह से दरार आने के साथ ही अनेक स्थानों पर सीमेंट कांक्रीट बहकर नहर में समा गई है।  जिसके कारण किसानो का आक्रोश फूट पडा।किसानों ने नहर की बदहाली पर विरोध जताया। इस दौरान जनपद अध्यक्ष शंकर महतो अमान सिंह लोधी, राकेश सिंह नरेश साहू, भंजू पटेल, जवाहर पटेल सहित खमरिया व मझगवां गांव के किसानों ने जमकर विरोध दर्ज कराया। इधर अचानक घपलेबाजी की पोल खुलने के बाद जल संसाधन विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर भी नहीं पहुंचा। इस संबंध में एसडीओ रवि दीप बैन का कहना है कि नहर की लाईनिंग टूटने और जगह-जगह दरार आने की जानकारी मिली है विभागीय कार्य से बाहर होने के कारण मैं अभी मौके पर नहीं पहुंचा हूूं। शीघ्र ही मौका मुआयना कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।

 

Created On :   21 Sept 2017 1:17 PM IST

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